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चीन को सख्त संदेश देते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि चीन के साथ सीमा पर बढ़ रही टेंशन का असर आपसी व्यापार भी पड़ेगा। क्योंकि सीमा पर वर्तमान स्थिति और दोनों देशों के संबंधों को अलग-अलग रूप में नहीं देखा जा सकता। जयशंकर ने इस दौरान अमरीका के साथ बदल रहे रिश्तों को लेकर भी खुलकर बात कही। उन्होंने कहा कि अमरीका के साथ हमारे रिश्तों में बदलाव आ रहा है। हालांकि अमरीका भारत का परपंरागत मित्र नहीं है, लेकिन उसके साथ हमारे रिश्ते बेहतरी की ओर हैं। विदेश मंत्री ने अमरीका के साथ भारत के रिश्तों केा द्वीपक्षीय बताया।
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आपको बता दें कि चीन को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर का बयान ऐसे समय आया है, जब एलएसी पर दोनों देशों के बीच टेंशन का माहौल है। दरअसल, गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुए खूनी संघर्ष में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। हालांकि इतना ही नुकसान चीन को भी हुआ था, लेकिन चीन ने अपने मारे गए सैनिकों की संख्या का खुलासा नहीं किया था। इस घटना के बाद सीमा पर भारत और चीन के बीच काफी तनाव बढ़ गया था। यहां तक कि दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे आसार नजर आने लगे थे। सीमा पर उपजे इस तनाव को कम करने के लिए दोनों ही देशों के बीच कमांडर स्तर की वार्ता भी की गई, लेकिन इसका भी कोई लाभ देखने को नहीं मिला। पिछले जब राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने चीनी विदेश मंत्री से बातचीत की तो दोनों देश अपनी सेनाओं को पीछे हटाने के लिए तैयार हो गए।