यह कैलेंडर शिक्षकों को यह जानकारी देगा कि छात्रों और अभिभावकों की एसएमएस-फोन कॉल के जरिए मदद कैसे की जा सकती है। इसके साथ ही छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों में तनाव-अवसाद कम करने की रणनीति भी शामिल की गई हैं।
यह कैलेंडर कोरोना वायरस महामारी के चलते घर पर पढ़ाई करने वाले बच्चों को अभिभावकों-शिक्षकों की मदद से अर्थ पूर्ण शैक्षिक गतिविधियों में शामिल होने में मदद करेगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मार्गदर्शन में एनसीईआरटी ने पहली से बारहवीं कक्षा तक के लिए यह कैलेंडर बनाया है।
इस मौके पर पोखरियाल ने कहा, “यह कैलेंडर शिक्षकों को विभिन्न तकनीकों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के इस्तेमाल के लिए दिशा-निर्देश मुहैया कराएगा। इस कैलेंडर का मकसद पढ़ाई को रोचक, उल्लासपूर्ण बनाना है और इसका इस्तेमाल छात्र, अभिभावक और शिक्षक कर सकते हैं। हालांकि घर पर पढ़ाई में मोबाइल, रेडियो, टेलीविजन, एसएमएस और सोशल मीडिया का इस्तेमाल अलग-अलग स्तर पर किया जा रहा है।”
पोखरियाल ने कहा, “यह कैलेंडर विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों समेत सभी की जरूरतें पूरी करेगा क्योंकि इसमें ऑडियो बुक, रेडियो-वीडियो प्रोग्राम भी उपलब्ध होंगे। कैलेंडर का उद्देश्य हमारे छात्रों, शिक्षकों, स्कूल प्रिंसिपलों और माता-पिता को ऑनलाइन शिक्षण-शिक्षण संसाधनों के माध्यम से COVID-19 से निपटने के लिए सकारात्मक तरीकों से सशक्त बनाना और सर्वोत्तम संभव सीखने के परिणामों को प्राप्त करना है।”
क्या है कैलेंडर में शामिल