अल सुबह आए भूकंप के झटकों ने स्थानीय लोग में दहशत का माहौल है। धरती के कांपते ही हर कोई अपने-अपने घरों से बाहर निकल आया है। दरअसल एक महीने के अंदर ये तीसरा भूकंप का झटका है। भूकंप से फिलहाल किसी भी तरह जान-माल की जानकारी नहीं मिली है।
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देशभर के अलग-अलग हिस्सों में लगातार भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं। लेह-लद्दाख में एक बार फिर भूकंप से झटकों से धरती थर्राई। नैशनल सेंटर फॉर सिस्मॉलॉजी के मुताबिक लेह- लद्दाख से करीब 174 किमी दूर पूर्व हिस्से में भूकंप का केंद्र बताया जा रहा है।
आपको बता दें कि एक हफ्ते पहले ही 25 सितंबर को लेह लद्दाख में दोपहर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इस दौराम भूकंप की तीव्रता 5.6 मापी गई थी। कोरोना (Corona) काल में भूकंप का साथ लगातार जारी है. दोनों ही आपदाओं में से किसी में कमी नहीं आ रही है. यह राहत है कि भूकंप जानलेवा नहीं बन रहा है, लेकिन वैज्ञानिकों का यह कहना कि आगे किसी बड़े भूकंप का खतरा लोगों को सकते में डाल देता है।
तेज झटकों से सहमे लोग
मध्यम तीव्रता के भूकंप के तेज झटकों के बाद स्थानीय लोग सहम गए। लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए और काफी देर तक घरों में नहीं लौटे। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मॉलजी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र लद्दाख में 10 किमी की गहराई में था। भूकंप के ये झटके 4 बजे आसपास महसूस किए गए।
मध्यम तीव्रता के भूकंप के तेज झटकों के बाद स्थानीय लोग सहम गए। लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए और काफी देर तक घरों में नहीं लौटे। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मॉलजी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र लद्दाख में 10 किमी की गहराई में था। भूकंप के ये झटके 4 बजे आसपास महसूस किए गए।
एक हफ्ते में ये दूसरा बड़ा झटका है। 25 सितंबर से पहले 8 सितंबर को लद्दाख के करगिल में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इसकी तीव्रता 4.4 थी। वहीं 31 अगस्त को भी लेह-लद्दाख में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इस दौरान भकूंप की तीव्रता 4.3 मापी गई थी।