दरअसल आज से दो दिन देश के चार राज्यों में मोदी सरकार कोरोना वैक्सीन का ड्राय रन चला रही है। इस ड्राय रन का मकसद वैक्सिनेशन से पहले सारी तैयारियों का जायजा लेने और कोई कमी हो तो उसमे सुधार करना है।
देश के चार राज्यों में 28 और 29 दिसंबर को दो दिन के लिए ड्राय रन चलाया जा रहा है। चार राज्यों के दो जिलों में पांच जगहों पर यह ड्राय रन होगा। यहां अपनी मर्जी से लोग हो रहे कोरोना वायरस से संक्रमित, बदले में मिलते हैं चार-चार लाख रुपए, जानिए क्या है पूरा मामला
इसलिए अहम ये दो दिन
कोरोना वैक्सीन का इंतजार कर रहे देशवासियों के लिए ये दो दिन काफी महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। ड्राय रन के जरिए सरकार को उन तमाम कमियों या परेशानियों की पड़ताल करेगी जो वैक्सीन वितरण के दौरान हो सकती हैं। इसके तहत…
कोरोना वैक्सीन का इंतजार कर रहे देशवासियों के लिए ये दो दिन काफी महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। ड्राय रन के जरिए सरकार को उन तमाम कमियों या परेशानियों की पड़ताल करेगी जो वैक्सीन वितरण के दौरान हो सकती हैं। इसके तहत…
– कोरोना वैक्सीन वितरण की प्लानिंग
– इस प्लानिंग के इंप्लीमेंटेशन यानी क्रियान्वयन में कोई दिक्कत तो नहीं
– पूरी प्रक्रिया के रिपोर्टिंग मैकेनिज्म को देखना और उसमें सुधार की गुंजाइश तो नहीं
– Co-WIN एप ठीक तरह से काम कर रहा या नहीं
– वैक्सीन के लिए कोल्ड स्टोरेज और परिवहन व्यवस्था में कोई बाधा
– परीक्षण सत्र स्थलों पर भीड़ का प्रबंधन
– सोशल डिस्टेंस जैसे अहम मुद्दों पर सीधी नजर रखी जाएगी।
– इस प्लानिंग के इंप्लीमेंटेशन यानी क्रियान्वयन में कोई दिक्कत तो नहीं
– पूरी प्रक्रिया के रिपोर्टिंग मैकेनिज्म को देखना और उसमें सुधार की गुंजाइश तो नहीं
– Co-WIN एप ठीक तरह से काम कर रहा या नहीं
– वैक्सीन के लिए कोल्ड स्टोरेज और परिवहन व्यवस्था में कोई बाधा
– परीक्षण सत्र स्थलों पर भीड़ का प्रबंधन
– सोशल डिस्टेंस जैसे अहम मुद्दों पर सीधी नजर रखी जाएगी।
एक तरह की मॉक ड्रिल
इस ड्राय रन के सफल होने के बाद ही देश में कोरोना वैक्सीन का वितरण शुरू होगा। ये एक तरह की मॉक ड्रिल होगी। इस दौरान सब कुछ वैसे ही किया जाएगा जैसे वैक्सिनेशन के दौरान होगा, बस इस दौरान किसी को भी वैक्सीन नहीं दी जाएगी।
इस ड्राय रन के सफल होने के बाद ही देश में कोरोना वैक्सीन का वितरण शुरू होगा। ये एक तरह की मॉक ड्रिल होगी। इस दौरान सब कुछ वैसे ही किया जाएगा जैसे वैक्सिनेशन के दौरान होगा, बस इस दौरान किसी को भी वैक्सीन नहीं दी जाएगी।
ऐसे होगा ड्राय रन
– Co Win ऐप एप्लीकेशन टेस्ट किया जाएगा
– इस ऐप पर आए हैल्थ केयर वर्कर का डाटा अपलोड होगा
– सेशन प्लांनिंग और वैक्सीनेटर डिप्लॉयमेंट
– वैक्सिनेशन साइट पर वैक्सीन लाना और लॉजिस्टिक चेक कर, इसे Co Win एप के जरिए देना
– सेशन साइट पर वैक्सिनेशन करना और रिपोर्ट करना
– ब्लॉक, जिला और स्टेट रिव्यू मीटिंग करके फीडबैक दिया जाएगा
– Co Win ऐप एप्लीकेशन टेस्ट किया जाएगा
– इस ऐप पर आए हैल्थ केयर वर्कर का डाटा अपलोड होगा
– सेशन प्लांनिंग और वैक्सीनेटर डिप्लॉयमेंट
– वैक्सिनेशन साइट पर वैक्सीन लाना और लॉजिस्टिक चेक कर, इसे Co Win एप के जरिए देना
– सेशन साइट पर वैक्सिनेशन करना और रिपोर्ट करना
– ब्लॉक, जिला और स्टेट रिव्यू मीटिंग करके फीडबैक दिया जाएगा
5 सेंटर पर 25 हेल्थ वर्कर की पहचान
ड्राय रन के लिए पांच सेशन वाली जगहों के लिए 25-25 हेल्थ वर्करों की पहचान कर ली गई है। ड्राय रन सेशन साइट पर परीक्षण लाभार्थियों की डिटेल्स मौजूद रहेंगी। यानी वैक्सीन किसको और कब दी जानी है इसकी जानकारी उपलब्ध रहेगी।
ड्राय रन के लिए पांच सेशन वाली जगहों के लिए 25-25 हेल्थ वर्करों की पहचान कर ली गई है। ड्राय रन सेशन साइट पर परीक्षण लाभार्थियों की डिटेल्स मौजूद रहेंगी। यानी वैक्सीन किसको और कब दी जानी है इसकी जानकारी उपलब्ध रहेगी।
वहीं इस दौरान Co-WIN ऐप के जरिए एसएमएस का भी टेस्ट होगा, जिसमें अगले वैक्सिनेशन की जानकारी होगी। डमी हैल्थ केयर वर्कर के साथ सेशन फ्लो का आकलन होगा। इन चार राज्यों में चलेगा ड्राय रन
केंद्र सरकार दो दिन जिन चार राज्यों में ड्राय रन चलाएगी उनमें पंजाब, असम, आंध्र प्रदेश और गुजरात प्रमुख रूप से शामिल हैं। इन राज्यों के दो जिलों में ये ड्राय रन किया जाएगा।
केंद्र सरकार दो दिन जिन चार राज्यों में ड्राय रन चलाएगी उनमें पंजाब, असम, आंध्र प्रदेश और गुजरात प्रमुख रूप से शामिल हैं। इन राज्यों के दो जिलों में ये ड्राय रन किया जाएगा।
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– इस ड्राय रन में वैक्सीन नहीं दी जाएगी
– सिर्फ लोगों का डेटा लिया जाएगा
– डाटा को cowin ऐप पर अपलोड किया जाएगा
– माइक्रो प्लानिंग, सेशन साइट मैनेटमेंट और ऑनलाइन डाटा सिक्योर करने जैसी बातों का परीक्षण होगा
– टीकाकरण के लिए पांच लोगों की एक टीम होगी। इन्हें वैक्सीनेटर ऑफिसर कहा जाएगा।
– पहला वैक्सीनेटर ऑफिसर एंट्री पर होगा जो दस्तावेज देखने के बाद ही सेंटर में आने देगा।
– दूसरा ऑफिसर Co Win से डाटा मिलाएगा।
– तीसरा वैक्सीनेटर ऑफिसर डॉक्टर होगा और वहीं वैक्सीन देगा (डमी)
– बाकी दो वैक्सीनेटर 30 मिनट तक मरीज को देखेंगे और भीड़ का नियंत्रण भी करेंगे
– टीका लगाने का समय सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक होगा
देश में सबसे पहले 30 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जाएगी। इसके लिए प्राथमिकता ग्रुप भी तैयार कर लिए गए हैं। इसमें सबसे पहले हेल्थकेयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर और 50 साल से ज्यादा उम्र के लोग जिन्हें गंभीर बीमारी वाले लोग शामिल हैं। इसके साथ ही जिन्हें गंभीर बीमारी है और 50 वर्ष से ज्यादा उम्र है।
– इस ड्राय रन में वैक्सीन नहीं दी जाएगी
– सिर्फ लोगों का डेटा लिया जाएगा
– डाटा को cowin ऐप पर अपलोड किया जाएगा
– माइक्रो प्लानिंग, सेशन साइट मैनेटमेंट और ऑनलाइन डाटा सिक्योर करने जैसी बातों का परीक्षण होगा
– टीकाकरण के लिए पांच लोगों की एक टीम होगी। इन्हें वैक्सीनेटर ऑफिसर कहा जाएगा।
– पहला वैक्सीनेटर ऑफिसर एंट्री पर होगा जो दस्तावेज देखने के बाद ही सेंटर में आने देगा।
– दूसरा ऑफिसर Co Win से डाटा मिलाएगा।
– तीसरा वैक्सीनेटर ऑफिसर डॉक्टर होगा और वहीं वैक्सीन देगा (डमी)
– बाकी दो वैक्सीनेटर 30 मिनट तक मरीज को देखेंगे और भीड़ का नियंत्रण भी करेंगे
– टीका लगाने का समय सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक होगा
देश में सबसे पहले 30 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जाएगी। इसके लिए प्राथमिकता ग्रुप भी तैयार कर लिए गए हैं। इसमें सबसे पहले हेल्थकेयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर और 50 साल से ज्यादा उम्र के लोग जिन्हें गंभीर बीमारी वाले लोग शामिल हैं। इसके साथ ही जिन्हें गंभीर बीमारी है और 50 वर्ष से ज्यादा उम्र है।