दिल्ली चुनाव: केजरीवाल के नामांकन में देरी कराने का आरोप बेबुनियाद अस्पतालों और इमरजेंसी दवाओं पर बंद नहीं एसोसिएशन के अध्यक्ष परसन कुमार सिन्हा के अनुसार- विभाग के पदाधिकारियों ने उन्हें बातचीत के लिए बुलाया था, लेकिन संघ के सदस्यों ने सर्वसम्मति से वार्ता के लिए इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि हमारी कोई ऐसी मांग नहीं है, जिस पर सहानुभूतिपूर्वक विचार ना किया जा सके। एसोसिएशन ने इस बंद के दौरान अस्पतालों की दवा दुकानों और इमरजेंसी दवाओं की आपूर्ति को फिलहाल मुक्त रखा है।
सीएम ममता बनर्जी बोलीं, हिंसा फैलाने वालों से सख्ती से निपटेंगे ये हैं प्रमुख मांगें एसोसिएशन ने विभाग को चेतावनी दी कि यदि दवा दुकानदारों के साथ किसी तरह की जोर-जबरदस्ती की गई तो यह हड़ताल अनिश्चितकालीन भी हो सकती है। संघ की प्रमुख मांगों में फार्मासिस्ट की समस्या के समाधान होने तक पूर्व की व्यवस्था लागू रहने देने, दवा दुकानदारों का लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई पर रोक, दवा दुकानों की निरीक्षण में एकरूपता और पारदर्शिता रहने, विभागीय निरीक्षण के दौरान उत्पीड़न पर रोक आदि शामिल है।