दिल्ली पुलिस की ओर से लगातार ये मांग की जा रही थी कि उनकी सुरक्षा के लिहाज से कोई ऐसा उपकरण बनाया जाएगा। लिहाजा डीआरडीओ ने दिल्ली पुलिस के लिए ये जर्मी क्लीन मशीन तैयार की है। इसे दिल्ली के पार्लियामेंट स्ट्रीट पर लगाया गया है।
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सैनिटाइज चैम्बर के रूप में किया तैयार
DRDO की ओर से तैयार की गई जर्मी क्लीन मशीन 15 मिनट के अंदर 25 से 30 जोड़ी कपड़े एक बार में सैनिटाइज कर सकती है। खास बात यह है कि इसमें कपड़े रखने पर गीले नहीं होंगे बल्कि मिनटों में किटाणुमुक्त हो जाएंगे। इस मशीन में पुलिसकर्मी अपने लाठी-डंडे, हेलमेट, बेल्ट को भी डिसइंफेक्ट किए जा सकते हैं। इस मशीन को एक सैनिटाइज चैम्बर के रूप में तैयार किया गया है।
DRDO की ओर से तैयार की गई जर्मी क्लीन मशीन 15 मिनट के अंदर 25 से 30 जोड़ी कपड़े एक बार में सैनिटाइज कर सकती है। खास बात यह है कि इसमें कपड़े रखने पर गीले नहीं होंगे बल्कि मिनटों में किटाणुमुक्त हो जाएंगे। इस मशीन में पुलिसकर्मी अपने लाठी-डंडे, हेलमेट, बेल्ट को भी डिसइंफेक्ट किए जा सकते हैं। इस मशीन को एक सैनिटाइज चैम्बर के रूप में तैयार किया गया है।
इस जर्मी क्लीन मशीन की खासियत है कि ये 70 डिग्री तापमान में किसी भी तरह के वायरस या संक्रमण को खत्म कर सकती है। यूवी ब्लास्टर भी बना चुका DRDO
आपको बता दें कि ये पहला उपकरण नहीं है जिसे डीआरडीओ ने तैयार किया हो। इससे पहले भी डीआरडीओ ने कोरोना संकट के बीच सुरक्षा के लिहाज से मॉल, एयरपोर्ट, स्कूल और मेट्रो स्टेशन आदि के लिए भी डिसइंफेक्ट उपकरण तैयार किए हैं।
आपको बता दें कि ये पहला उपकरण नहीं है जिसे डीआरडीओ ने तैयार किया हो। इससे पहले भी डीआरडीओ ने कोरोना संकट के बीच सुरक्षा के लिहाज से मॉल, एयरपोर्ट, स्कूल और मेट्रो स्टेशन आदि के लिए भी डिसइंफेक्ट उपकरण तैयार किए हैं।
इन सभी स्थानों पर लगाने के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने अल्ट्र वायलट तकनीक की मदद से एक डिसइंफेक्शन टॉवर तैयार किया है। ये टॉवर वाई-फाई की मदद से चलता है और इसकी मदद से चार सौ स्क्वेयरफीट क्षेत्र को 30 मिनट में संक्रमण मुक्त किया जा सकता है। इस उपकरण को यूवी ब्लास्टर नाम दिया गया है।
डीआरडीओ ने बयान में कहा है कि यूवी ब्लास्ट उन क्षेत्रों के लिए काफी महत्वपूर्ण है जहां संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा होता है।
डीआरडीओ ने बयान में कहा है कि यूवी ब्लास्ट उन क्षेत्रों के लिए काफी महत्वपूर्ण है जहां संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा होता है।
वैक्सीन बनाने में जुटा है डीआरडीओ
लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए उपयोगी उपकरण बनाने के साथ ही डीआरडीओ कोरोना महामारी को लेकर टीके और दवा के विकास पर भी काम कर रहा है।
डीआरडीओ के अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी के मुताबिक ‘हम लगातार कोरोना से जंग के लिए साजो सामान तैयार कर रहे हैं, ताकि इस महामारी को मात दी जा सके। इसी कड़ी में संगठन सैनिटाइजर, विशेष मास्क और सुरक्षात्मक उपकरण बनाने के काम में भी लगा है।
लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए उपयोगी उपकरण बनाने के साथ ही डीआरडीओ कोरोना महामारी को लेकर टीके और दवा के विकास पर भी काम कर रहा है।
डीआरडीओ के अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी के मुताबिक ‘हम लगातार कोरोना से जंग के लिए साजो सामान तैयार कर रहे हैं, ताकि इस महामारी को मात दी जा सके। इसी कड़ी में संगठन सैनिटाइजर, विशेष मास्क और सुरक्षात्मक उपकरण बनाने के काम में भी लगा है।