अपनी जान की परवाह किए बगैर स्वास्थ्यकर्मी दिन रात लोगों को बचाने में जुटे हैं। ऐसे में इस दौरान आर्थिक के साथ-साथ जमीनी स्तर पर भी इन्हें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन इन समस्याओं के बीच भी ये स्वास्थ्यकर्मी लगातार मिसाल पेश कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला देश के दक्षिण राज्य तेलंगाना ( Telangana ) से सामने आया है। जहां डॉक्टर ने अपने जज्बे से लोगों का दिल जीत लिया।
बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट पर शेयर की देहरादून स्टेशन की तस्वीर, जानें रेलवे से क्या मिला जवाब तेजी से बदल रही है मौसम की चाल, देश के इन राज्यों में अगले कुछ घंटों में भारी बारिश का जारी किया अलर्ट
तेलंगाना में एक ऐसा मामला सामने आया है, जब कोरोना मरीज की मौत हो गई। मरीज ( Corona patients ) की मौत के शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने से ड्राइवर तक ने मना कर दिया। लेकिन डॉक्टर भला कहां अपने कर्तव्य से पीछे हटने वाले थे। लिहाजा ड्राइवर के मना करने पर खुद डॉक्टर ही गाड़ी चलाकर शव को लेकर निकल पड़े।
दरअसल तेलंगाना के पेडापल्ली जिले में एक कोरोना मरीज की मौत हो गई थी। मरीज के बाद जब उसके शव को अंतिम संस्कार के लिए भेजे जाने के लिए ट्रैक्टर में रखा गया तो ड्राइवर ने गाड़ी चलाने से मना कर दिया। इसके बाद खुद डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस ऑफिसर डॉक्टर श्रीराम ने ट्रैक्टर चलाकर शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए।
डॉक्टर श्रीराम के इस जज्बे को हर कोई सलाम कर रहा है। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है जोकि सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
डॉक्टर श्रीराम के इस जज्बे को हर कोई सलाम कर रहा है। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है जोकि सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
आपको बता दें कि इससे पहले तेलंगाना के निजामाबाद में एक घटना सामने आई थी जहां कोरोना मृतक के शव को ऑटोरिक्शा पर लादकर ले जाया जा रहा था। इस पर अस्पताल का कहना था कि यहीं के स्टाफ के परिजन की कोरोना से मौत हुई थी, अस्पताल उन्हें एंबुलेंस दे रहा था, लेकिन परिजनों ने ज्यादा देर इंतजार नहीं किया और ऑटो रिक्शा में ही ले गए। आपको बता दें कि ऑटो रिक्शा में शव ले जाने का मामला भी जमकर सुर्खियों में आया था।