दिवाली से पहले दिल्ली में पीक पर पहुंच सकते हैं Coronavirus Cases, यह है सबसे बड़ी वजह दिल्ली सरकार के मुताबिक वायु प्रदूषण पैदा करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ एयर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा। इस एफआईआर के तहत अभियोग चलाने की भी व्यवस्था है और मजिस्ट्रेट को आरोपी के ऊपर आर्थिक दंड लगाने के साथ-साथ सजा देने का भी प्रावधान किया गया है।
बढ़ते प्रदूषण को कम करने के मकसद से दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को पीडब्ल्यूडी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की। बैठक के बाद राय ने धूल से होने वाले वायु प्रदूषण को कम करने के लिए सड़क पर किए जा रहे जल छिड़काव का भी निरीक्षण किया।
COVID-19 Vaccine बनने में अब बस चंद कदम बाकी, ट्रायल के तीसरे चरण के नतीजे जानकर होगी हैरानी पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, “सड़क पर होने वाली धूल के प्रदूषण को कम करने के लिए जल छिड़काव किया जा रहा है। इस काम के लिए पीडब्ल्यूडी ने दिल्ली में 150 टैंकर लगाए हैं। दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। सड़कों के किनारे खासकर धूल के प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। पूरी दिल्ली में पेड़ों पर और जगह-जगह साइट पर जल छिड़काव किया जाएगा।”
उन्होंने आगे कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों ने रिपोर्ट दी है कि पूरी दिल्ली में टैंकर से जल छिड़काव किया जा रहा है। इसकी जमीनी हकीकत जांचने के लिए मौका मुआयना किया जा रहा है।
Diwali 2020 पर दिल्ली समेत देश के इतने राज्यों में पटाखों पर लगी पाबंदी, भारी जुर्माना और सजा पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि पीडब्ल्यूडी की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में अलग-अलग इलाकों पर जल छिड़काव के लिए 150 टैंकर लगाए गए हैं। राय ने पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को दिल्ली की मुख्य सड़कों को कवर किया जा सके, इसके लिए टैंकरों की संख्या को और बढ़ाने का भी निर्देश दिया है।
आने वाले दिनों में प्रदूषण का स्तर और बढ़ने की संभावना पर राय ने बताया, “विशेषज्ञों का अनुमान है कि राजधानी में अभी पराली जलाने से प्रदूषण आ रहा है। इसलिए फिलहाल दीपावली तक प्रदूषण के बढ़ने की संभावना नजर आ रही है। दिल्ली सरकार सभी प्रकार के एहतियात बरतने और कदम उठाने के लिए आगे बढ़ रही है।”