दिलीप घोष पश्चिम बंगाल ( West Bengal ) से जुड़े नेता हैं। वह इससे पहले भी भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई रहे हैं।
आपको बता दें कि दिलीप घोष पिछले दिनों अचानक उस बयान को लेकर चर्चा में आ गए थे, जिसमें उन्होंने सीएए को लेकर उत्तर प्रदेश में हो रही हिंसा का जिक्र किया था।
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पार्टी सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी। लंबे समय तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रचारक रहे घोष सर्वसम्मति से अध्यक्ष पद पर दोबारा निर्वाचित हुए। वह वर्ष 2015 में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चुने गए थे।
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दिलीप घोष ने कहा था कि नागरिकता कानून को लेकर उत्तर प्रदेश में हिंसक प्रदर्शनों के दौरान जिस तरह उपद्रवियों को पर नकेल कसी गई, ठीक उसी तरह से वह पश्चिम बंगाल में भी अराजक तत्वों का दमन करेंगे और उनको कुत्तों की तरह गोली मारेंगे।
यही नहीं दिलीप ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक बार फिर से अपने बयान को दोहराया। हालांकि इस दौरान उन्होंने पूर्व में बोले गए कुछ कड़े शब्दों से परहेज जरूर किया।
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इस बार भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अगर पश्चिम बंगाल में अगर हमारी पार्टी सत्ता में आती है तो सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले देश विरोधी लोगों को लाठियों से मारा जाएगा।