उमर खालिद ने कोर्ट को बताया है कि उन्हें जेल में लगातार एकांत कारावास में रखा जा रहा है। खालिद ने कहा कि जान की सुरक्षा का कारण बताकर जेल प्रशासन उन्हें तंग कर रहा है। आपको बता दें कि 22 अक्टूबर को उमर खालिद की 14 दिन की न्यायिक हिरासत खत्म हो रही थी। उन्हें तिहाड़ जेल से वर्चुअल हियरिंग के जरिए कड़कड़डूमा कोर्ट के जज के सामने पेश किया गया था।
अचानक मुंबई के बड़े मॉल में लगी भीषण आग, लंबी-लंबी आग की लपटों से मचा हड़कंप कोर्ट में पेशी के दौरान खालिद के वकील ने कहा कि जेल सुपरिटेंडेंट को सेल में बंद रहने की शिकायत करने पर उसे एक बार 10 मिनट के लिए सेल से बाहर ले जाया गया, लेकिन दोबारा बंद कर दिया गया। सुरक्षा कारणों का हवाला देकर खालिद को बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा। खालिद ने कहा कि पिछले तीन दिन में मेरी तबीयत भी ठीक नहीं है, इसके चलते में काफी असहज महसूस कर रहा हूं, ये किसी सजा की तरह है।
तंग ना करे जेल प्रशासन
जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद ने कोर्ट में कहा कि क्योंकि जेल प्रशासन की शिकायत वो कोर्ट में कर रहा है, लिहाजा कोर्ट जेल प्रशासन को निर्देश दे कि उसे तंग न किया जाए।
जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद ने कोर्ट में कहा कि क्योंकि जेल प्रशासन की शिकायत वो कोर्ट में कर रहा है, लिहाजा कोर्ट जेल प्रशासन को निर्देश दे कि उसे तंग न किया जाए।
कोरोना संकट के बीच एम्स के डायरेक्टर का आया बड़ा बयान, एक बार फिर मंडरा रहा है बड़ा खतरा शुक्रवार को जेल सुपरिटेंडेंट होंगे पेश
कड़कड़डूमा कोर्ट ने शुक्रवार को इस मामले में जेल सुपरिटेंडेंट को पेश होने के लिए कहा है। जेल अधीक्षक वर्चुअल सुनवाई के जरिए कड़कड़डूमा कोर्ट के एडिशनल सेशन जज अमिताभ रावत के सामने अपना पक्ष रखेंगे। आपको बता दें कि दिल्ली दंगों के जुड़े मामले में दिल्ली पुलिस ने उमर खालिद को गिरफ्तार किया है। 24 फरवरी 2019 में दिल्ली में हुई हिंसा तीन दिन तक चली थी, इस हिंसा में करीब 50 लोगों की जान चली गई थी।
कड़कड़डूमा कोर्ट ने शुक्रवार को इस मामले में जेल सुपरिटेंडेंट को पेश होने के लिए कहा है। जेल अधीक्षक वर्चुअल सुनवाई के जरिए कड़कड़डूमा कोर्ट के एडिशनल सेशन जज अमिताभ रावत के सामने अपना पक्ष रखेंगे। आपको बता दें कि दिल्ली दंगों के जुड़े मामले में दिल्ली पुलिस ने उमर खालिद को गिरफ्तार किया है। 24 फरवरी 2019 में दिल्ली में हुई हिंसा तीन दिन तक चली थी, इस हिंसा में करीब 50 लोगों की जान चली गई थी।