फिलहाल संभावना यह है कि मॉनसून से पहले प्री मॉनसून बारिश ( Pre Monsoon Rain ) दिल्ली को अधिक नहीं मिलेगी। अगले वेस्टर्न डिस्टरबेंस ( Western Disturbance ) के लिए भी दिल्ली को लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। इसलिए आने वाले दिनों में फिर से भीषण गर्मी ( Scorching Heat ) की वापसी हो सकती है।
AIIMS डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया : पहले की तरह जानलेवा नहीं रहा कोरोना, 90% मरीज हल्के लक्षण वाले 10 जून के बाद गर्मी की वजह से दिल्ली एनसीआर वालों को लू का भीषण प्रकोप ( Severe heat stroke ) झेलना पड़ सकता है। लू का प्रकोप न झेल पाने वालों के लिए यह जानलेवा भी साबित हो सकता है। इसलिए लू से बचने की तैयारी अभी से कर लें।
दिल्ली व आसपास के क्षेत्रों में तापमान 41 डिग्री के पास पहुंच सकता है। मॉनसून से दो से तीन दिन पहले ही दिल्ली में बारिश की संभावना हो सकती है। लेकिन इसके बाद गर्मी दिल्ली में चरम पर होगा।
इस बार जलभराव के लिए रहें तैयार हालांकि दिल्ली में मॉनसून के दौरान इस बार कम अंतराल में अधिक बारिश होने की संभावना है। इसकी वजह से दिल्लीवालों को जलभराव की समस्या (Water Logging Problem) से काफी अधिक जूझना पड़ सकता है। पिछले साल भी मॉनसून सामान्य रहा था, लेकिन मॉनसून की तीव्रता अधिक रही थी। इसकी वजह से दो से तीन बार दिल्लीवालों को जलभराव का सामना करना पड़ा। इसी तरह का मॉनसून इस बार भी आ सकता है।
West Bengal : CM ममता की केंद्र से अपील – प्रवासी कामगारों को दिए जाएं 10-10 हजार रुपए उत्तर-पश्चिम भारत में ज्यादा बारिश का अनुमान भारतीय मौसम विभाग ( IMD ) के मुताबिक उत्तर-पश्चिम भारत में मॉनसून के दौरान 107 प्रतिशत बारिश की संभावना है। इसमें 8 प्रतिशत का अंतर हो सकता है। उत्तर-पश्चिम भारत में दिल्ली के अलावा हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख और चंडीगढ़ शामिल हैं।