इससे पहले एससीओ समिट बोलते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ( Defence Minister Rajnath Singh ) ने साफ कर दिया है कि रीजनल स्टैबिलिटी के लिए किसी भी राष्ट्र के आक्रामक तेवर को सही नहीं ठहराया जा सकता। इतना ही उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद की निंदा करता है और उन लोगों की भी जो इसे संरक्षण देते हैं।
दूसरी तरफ खबर यह भी है कि एमईए एस जयशंकर मॉस्को में 10 सितंबर को प्रस्तावित शंघाई सहयोग संगठन के विदेश मंत्रियों की बैठक में शिरकत करेंगे। रूस के विदेश मंत्री सर्गे लावरोव लगातार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि भारतीय विदेश मंत्री एससीओ की बैठक में शामिल हों।
चीन ने एक साथ अपने सभी पड़ोसियों संबंध खराब कर लिए हैं। सभी के साथ तनाव जारी है और युद्ध की संभावनाओं से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। खबर तो यहां तक है कि ताइवान ने दक्षिण सागर में चीन के फाइटर जेट सुखोई-35एस को मार गिराया है। इसके अलावा अन्य पड़ोसी जापान, मंगोलिया, वियतनाम आदि ने चीन के खिलाफ सामने आ गए हैं।
इतना ही नहीं, कनाडा और आस्ट्रेलिया ने भी ड्रैगन को पड़ोसियों को डराने की नीतियों से बचने की चेतावनी दी हैं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चीन भारत के साथ सभी पड़ोसियों की नाराजगी से घिर गया है। भारतीय सेनाध्यक्ष एमसम नरवणे ने भी माना है कि भारत-चीन सीमा पर हालात बेहद खतरनाक हैं।