इतना ही नहीं, तटीय जिलों में मध्यम गति के हवाओं के साथ झमाझम बारिश भी शुरू हो गई है। समुद्र में उठ रही ऊंची-ऊंची लहरों से लोगों में डर का माहौल है। हालांकि, राहत-बचाव के लिए पहले से ही सेना और एनडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है।
Cyclone Yaas Effect: यूपी के जिलों में तबाही मचा सकता है चक्रवात यास, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
बता दें कि ओडिशा के अलावा यास का असर छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले भी में देखने को मिल रहा है। यहां पर मंगलवार को दिन भर तेज हवाएं चली और शाम को बूंदाबांदी हुई। पूरे दिन आसमान में बादल छाए रहे। यास से होने वाली तबाही की आशंका को देखते हुए ओडिशा और पश्चिम बंगाल में प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
चक्रवात एम्फान से ज्यादा खतरनाक
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात यास एम्फान से अधिक खतरनाक है। जानकारी के मुताबिक, चक्रवात यास बंगाल की खाड़ी से स्थल भाग की तरफ आगे बढ़ रहा है। मंगलवार को ही भीषण साइक्लोन में तब्दील हो जाएगा। वर्तमान में चक्रवात यास पारादीप से 360 किलोमीटर की दूरी पर है जबकि बालेश्वर से 460 किलोमीटर एवं दीघा से 450 किलोमीटर की दूरी पर गति कर रहा है।
पिछले 6 घंटे से चक्रवात यस गति घंटा प्रति 9 किलोमीटर है। बुधवार दोपहर के समय बालेश्वर को पार करने की संभावना है। मौसम विभाग ने पारादीप से सागर द्वीप के बीच बालेश्वर के पास चक्रवात के लैंडफॉल करने की संभावना जताई है।
ओडिशा के तटीय जिलों में रेड अलर्ट
बता दें कि चक्रवात यास के प्रभाव से ओडिशा के तटीय जिलों में बारिश की रफ्तार भी तेज हो गई है। लैंडफॉल के समय हवा की गति प्रति घंटा 155 से 165 किलोमीटर होने का अनुमान लगाया गया है। इस दौरान हवा की गति 185 किलोमीटर तक हो सकती है।
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इस तूफान के कारण ओडिशा के तटीय जिले सबसे अधिक प्रभावित होने की संभावना है। लिहाजा, इऩ जिलों (बालेश्वर, भद्रक, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, मयूरभंज ) में रेड अलर्ट जारी किया गया है। समुद्र के अशांत होने से समुद्र की लहर 14 मीटर तक ऊंची उठ सकती है। लैंडफॉल के समय समुद्र में 2 से 4 मीटर ऊंचाई तक ज्वार उठने की संभावना है।