मंगलवार को तेज बुखार के साथ एक निवासी के नीचे आने के बाद लोगों ने यह फैसला लिया। बुखार से पीड़ित व्यक्ति पांच दिनों से घर में ही क्वारंटाइन ( Quarantine) में था और टाइफाइड का इलाज करा रहा था।
उसे फोर्टिस हेल्थ केयर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका कोरोना वायरस ( Coronavirus in India ) के लिए इलाज चल रहा है।
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स्थानीय निवासियों का दावा है कि बीमार व्यक्ति ने आरडब्ल्यूए और सोसाइटी के प्रबंधन को अपने विदेश यात्रा के बारे में सूचित नहीं किया और खुद को घर में ही एकांतवास में रखा।
एक व्यक्ति ने कहा, उस व्यक्ति का दृष्टिकोण बहुत गैर जिम्मेदाराना रहा है। उसने अन्य निवासियों खासकर पड़ोसियों के जीवन को खतरे में डाल दिया है।
उन्होंने कहा, इसके अलावा बड़ी संख्या में मेहमानों ने भी उनका हालचाल लेने के लिए उनके फ्लैट का दौरा किया। इसके कारण अन्य निवासियों में दहशत फैल गई।
चूंकि उस व्यक्ति का हालिया यात्रा इतिहास और पिछले पांच दिनों से तेज बुखार है, इसलिए हमने उसकी स्थिति के बारे में गुरुग्राम के सिविल सर्जन कार्यालय को सूचित किया है।
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उन्होंने कहा, निवासियों का दु:स्वप्न यहीं समाप्त नहीं हुआ है। हाउसकीपिंग स्टाफ ने यहां सामान्य एरिया में सफाई करने से इनकार कर दिया और भाग गया। चूंकि संक्रमण फैलने की संभावना है, इसलिए हमने मंजिलों को सील कर दिया है।
सील की गई सभी चार मंजिलों के निवासियों को घरों में एकांतवास में रहने को कहा गया है। उन्हें बताया गया है कि अगर घर में किसी को बुखार हो जाता है तो तुरंत आरडब्ल्यूए को सूचित करें।
संपर्क करने पर गुरुग्राम के सिविल सर्जन जे. एस. पूनिया ने कहा कि वह संबंधित अस्पताल से उस व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
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