जुमे की नमाज के लिए शुक्रवार को देशभर के अलग-अलग हिस्सों से भी यही खबर आई कि कई जगहों पर जुमे की नमाज नहीं पढ़ी गई और जहां हुई भी वहां सिर्फ इमाम, मोअज्जिन और खादिमों ने नमाज पढ़ी।
बाहर से आकर किसी ने नमाज अदा नहीं की।
जानें कितनी तेजी से फैलता है कोरोना का यह जहरीला वायरस, एक से 724 ऐसे पहुंचीं मरीजों की संख्या
ऐसे ही दिल्ली की जामा मस्जिद ( JAMA Masjid ) में हुआ। मस्जिद से अजान हुई जुमे का खुतबा और नमाज भी पढ़ी गई लेकिन बाहर से और आस पास के इलाकों से नमाजी मस्जिद में नहीं आए।
इसकी खास वजह रही कि कोरोना वायरस के चलते मना करना कि घरों में ही नमाज पढ़े। मस्जिद के दरवाजे बंद रहे और इमाम, मोअज्जिन के साथ सिर्फ खादिम ने ही नमाज अदा की।
कोविड-19: सरकार ने चमत्कारी दवा ‘हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन’ की बिक्री पर लगाया प्रतिबंध
जामा मस्जिद के बाहर सुरक्षा भी बढ़ा दी गई थी कि ताकि अगर कोई बाहर से नमाज पढ़ने आए, तो उसको वापस भेजा जा सके।
इससे पहले सभी मुस्लिम सगठनों ने एक साथ ये अपील की कि जुमे की नमाज के लिए मस्जिदों में ना जाएं और घरों में जुहर की नमाज अदा करें। उसी बात का असर आज नजर आया और कोई भी व्यक्ति जुमे की नमाज पढ़ने मस्जिद नहीं पहुंचा।