COVID-19 के साथ डेंगू और मलेरिया का भी आगमन दरअसल, कई जगहों पर कोरोना के साथ-साथ मलेरिया और डेंगू के भी मामले सामने आ रहे हैं। आलम ये है कि धीरे-धीरे इस तरह के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। डॉक्टर्स बुखार के मरीजों की पहले कोरोना जांच कर रहे हैं। अगर कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आती है तो मरीजों का मलेरिया और डेंगू की जांच भी कराई जा रही है। दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों में इस तरह के मामले अभी ज्यादा सामने आए हैं। दिल्ली से सटे गुरुग्राम में इस साल अब तक डेंगू के 32 और मलेरिया के चार मामले सामने आ चुके हैं। प्रशासन ने प्राइवेट लैब को आदेश दिए हैं कि डेंगू संदिग्ध मरीज के सैंपल लेने के बाद उसे नागरिक हॉस्पिटल जांच के लिए भेंजे। सरकारी लैब में पुष्टि की जाएगी कि मरीज को डेंगू है भी या नहीं। कई जिलों में कोरोना के साथ-साथ मलेरिया और डेंगू के मामले भी लगातार सामने आ रहे हैं। लिहाजा, डॉक्टर्स ने लोगों को सतर्क रहने और सावधानी बरतने की सलाह दी है।
इन बातों का जरूर रखें ध्यान गौरतलब है कि डेंगू और मलेरिया मच्छर के काटने से होता है। जानकारों का कहना है कि अगर आज आपको मच्छर काटता है, तो अगामी पांच से छह दिन बाद मलेरिया और डेंगू के लक्षण दिखाई देने शुरू हो जाता हैं। कई जगहों पर इस बीमारी को लेकर लोगों का जागरूक किया जा रहा है। उसके बारे में विस्तार से जानकारी भी दी जा रही है, ताकि लोग सतर्क रहें। इतना ही नहीं मच्छरों को भगाने के लिए फॉगिंग भी की जा रही है। वहीं, डॉक्टर्स का यह भी कहना है कि इन बीमारियों में अपनी मर्जी से कोई दवा न लें। अगर, आपको बुखार आता है तो स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर अपना इलाज करवाएं। केवल लक्षण देखकर किसी तरह की दवाई का सेवन नहीं करें। डॉक्टर्स का ये भी कहना है कि डेंगू में जहां हड्डियां दर्द करती हैं, वही मलेरिया में ठंड की शिकायत होती है। डेंगू में दर्द, नाक से खून आना, शरीर पर चकते पड़ जाना, तेज बुखार, सिर दर्ज जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।