दो कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई दरअसल, लाशों की अदला-बदली ( Exchange Of Dead Body ) को लेकर मृतक के परिजन ने थाने में शिकायत कराई गई थी। वहीं, मामला जब AIMMS सीनियर अधिकारियों के पास पहुंचा तो इसमें त्वरित कार्रवाई की गई। रिपोर्ट के मुताबिक, एम्स के एक चिकित्सक का कहना है कि कर्मचारियों से चूक हुई, क्योंकि शवों ( Dead Body ) को परिजन को सौंपने से पहले पूरी प्रक्रिया नहीं की गई। लिहाजा, शुरुआती जांच के आधार पर मुर्दाघर ( Morgue ) के दो कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। रिपोर्ट में कह गया है कि एक कर्मचारी को बर्खास्त कर दिया गया है। जबकि, दूसरे को निलंबित (Action Against Two Morgue Employee ) किया गया है। साथ ही घटना की पूरी जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया है।
क्या था मामला AIIMS में एक मुस्लिम परिवार ( Muslim Family ) और एक हिन्दू परिवार ( Hindu Family ) के महिला की कोरोना से मौत से हो गई थी। लेकिन, कर्मचारियों ने लाशों की अदला-बदली कर दी। मुस्लिम के घर हिन्दू का शव भेज दिया, जबकि हिन्दू के यहां मुस्लिम महिला का शव। हिन्दू परिवार ने तो मुस्लिम महिला का अंतिम संस्कार तक कर दिया। वहीं, जब मुस्लिम महिला अंजुम ( Anjum ) की डेड बॉडी दफनाने के लिए भेजा और जब परिजनों ने चेहरा देखा तो सच्चाई सामने आ गई। अंजुम के परिजन ने आरोप लगाया कि उन्हें गलत शव को सौंपा गया। इसे लेकर उन लोगों ने AIIMS में दोबारा बात भी की, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। इसके बाद मामला थाने पहुंचा तो पुलिस ( Delhi Police ) ने शिकायत के आधार पर छानबीन शुरू की। जिसके बाद AIIMS ने अपनी गलती स्वीकारी और आगे से सावधानी बरतने की बात कही थी। इस घटना से अंजुम के परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। परिजनों का कहना था कि अंजुम के पति की छह महीने पहले की मौत हो गई थी। उसके तीन बच्चे हैं और बच्चों ने आखिरी बार अपनी मां की शक्ल तक नहीं देखी। वहीं, अब इस मामले में AIIMS प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए दो कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। आलम ये है कि इस घटना से AIIMS पर भी सवाल उठने लगे हैं।