गैर जरूरी इस्तेमाल से नुकसान ज्यादा इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ( ICMR ) ने राज्यों को कोरोना वायरस की टेस्टिंग ( Coronavirus Testing ) का अंधाधुंध इस्तेमाल से बचने की की सलाह दी है। आईसीएमआर ने कहा कि टेस्टिंग का बेजा इस्तेमाल या जिन्हें इसकी आवश्यकता नहीं है। उनकी जांच करने से इसका लाभ से ज्यादा नुकसान होगा। इसलिए गैर जरूरी टेस्ट से बचना जरूरी है।
कोविद-19 ( Covid-19 ) केस मैनेजमेंट की एक वर्चुअल मीटिंग ( Virtual Meeting ) के दौरान आईसीएमआर ने ये बात कही। इसके साथ ही बैठक में कहा गया कि दवा का इस्तेमाल भी काफी सावधानीपूर्वक करना चाहिए।
सदी के महानायक Amitabh Bachchan ट्वीट कर खुद देंगे हेल्थ की जानकारी, हॉस्पिटल नहीं जारी करेगा हेल्थ बुलेटिन ऑक्सीजन की उपलब्धता पर जोर आईसीएमआर के अधिकारियों ने इस बैठक में कहा कि इन सभी उपचारों को केवल वहीं इस्तेमाल में लाना चाहिए जहां रोगियों की निगरानी ( Monitoring patients ) संभव है। ताकि संभावित जटिलताओं को संभाला जा सके। साथ ही यह भी मध्यम और गंभीर मामलों के लिए कहा गया कि पर्याप्त ऑक्सीजन ( Oxyzen ) की व्यवस्था, एंटी-कोआगुलंट्स और सस्ती कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स की उचित और समय पर व्यवस्था कराने पर जोर देने की जरूरत है।
Delhi-Ghaziabad में टूर एंड ट्रैवल कंपनियों पर ED ने मारे छापे, 3.57 करोड़ रुपए जब्त इमरजेंसी वाले मेडिसिन का गैर जरूरी उपयोग गलत आईसीएमआर ने कहा कि कोरोना वायरस के प्रभावी उपचार की खोज के दौरान कई दवाओं का बार-बार इस्तेमाल किया गया है जो क्लीनिकल मैनेजमेंट ( Clinical management ) प्रोटोकॉल का हिस्सा नहीं हैं। साथ ही कहा कि इन दवाओं को अभी तक DCGI से मान्यता नहीं मिली है। केवल कोरोना की इमरजेंसी स्थिति में इसके इस्तेमाल की अनुमति है।