दिल्ली में कोरोना ने मचाया कोहराम, एक दिन में रिकॉर्डतोड़ 11 हजार से ज्यादा नए केस
दिल्ली में बीते 24 घंटे में अब तक के सर्वाधिक कोरोना मामले सामने आए हैं। दिल्ली सरकार ने 14 बड़े निजी और 6 सरकारी अस्पतालों को कोरोना डेडिकेटेड हॉस्टिपटल घोषित करने का आदेश जारी कर दिया है।
Coronavirus situation worsen in Delhi, CM Kejriwal orders immediate increase in beds
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के हालात काबू से बाहर होते नजर आ रहे हैं। बीते 24 घंटों में राजधानी में कोरोना वायरस के 11 हजार नए मामले सामने आए, जो अब तक के सबसे ज्यादा आंकड़े हैं। इस दौरान 72 लोगों की मौत भी हो गई है। वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अस्पतालों में कोविड-19 इलाज की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए सोमवार को स्वास्थ्य विभाग को राष्ट्रीय राजधानी में स्वास्थ्य सुविधाओं में कोविड-19 बेड की संख्या तुरंत बढ़ाने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से शहर में चलने वाले सभी अस्पतालों में एक साथ बिस्तर की क्षमता को दोगुना करने का भी आग्रह किया।
जरूर पढ़ें: 2015 में दी थी कोरोना महामारी की चेतावनी और अब बिल गेट्स ने की दो भविष्यवाणी सबसे पहले बता दें कि दिल्ली सरकार के कोविड-19 बुलेटिन के मुताबिक बीते 24 घंटे के दौरान राजधानी में कोरोना वायरस के कुल 11,491 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 92,397 टेस्ट किए गए और पॉजिटिविटी रेट 12.44 फीसदी पाया गया। वहीं, इस दरम्यान 7665 मरीज रिकवर/डिस्चार्ज हुए और 72 की मौत हो गई।
अब तक दिल्ली में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 7,36,688 हो गई है, जबकि कुल 6,87,238 लोग डिस्चार्ज/रिकवर हो चुके हैं। दिल्ली में अब तक का कुल कोरोना पॉजिटिविटी रेट 4.71 फीसदी है। वहीं, अब तक राजधानी में कुल 11,355 लोगों की जान इन महामारी ने ले ली है।
फिलहाल दिल्ली में एक्टिव केस की संख्या 38,095 है। दिल्ली में फिलहाल 6175 कंटेनमेंट जोन हैं। वहीं, बात करें टीकाकरण की तो बीते 24 घंटे में यहां 74,397 लोगों को वैक्सीन दी गई है। अब तक यहां कुल 21,45,265 वैक्सीन दी जा चुकी हैं।
Must Read: एक साल में कोरोना वैक्सीन हो सकती है बेअसर, वैज्ञानिकों ने रिसर्च कर बताई इसकी वजह वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बयान में कहा, “हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सरकारी और निजी अस्पतालों में हमारे बिस्तर की उपलब्धता पिछले साल नवंबर के बराबर हो। हम केंद्र सरकार से उनके द्वारा चलाए जा रहे अस्पतालों में कोविड बेड बढ़ाने का भी अनुरोध करेंगे। दिल्ली की कोविड की स्थिति बहुत गंभीर है, वायरस का चौथा शिखर अधिक खतरनाक है। अस्पताल के बेड की उपलब्धता में कोई कमी नहीं होनी चाहिए।”
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने एक आदेश जारी किया है जिसमें 14 बड़े निजी अस्पतालों और दिल्ली के छह सरकारी अस्पतालों को 100 फीसदी कोविड-19 इलाज के लिए समर्पित किया गया है। इनमें सरिता विहार में इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल, साकेत में मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल और ओखला में होली फैमिली अस्पताल, सर गंगाराम अस्पताल, अंबेडकर नगर और बुराड़ी अस्पताल, राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी और फोर्टिस अस्पताल शालीमार बाग शामिल हैं।
सोमवार को केजरीवाल की अध्यक्षता में आयोजित एक समीक्षा बैठक में ये निर्देश जारी किए गए और लोगों से कोविड-19 के उचित व्यवहार का पालन करने के लिए आग्रह किया। उन्होंने लोगों से कहा कि वे विषम परिस्थितियों या हल्के लक्षण दिखाने पर अस्पतालों में न जाएं और यदि योग्य हों तो टीका लगवाएं। मुख्यमंत्री कार्यालय ने बाद में कहा कि दिल्ली सरकार भी बच्चों को संक्रमण से बचाने और परीक्षा केंद्रों को कोविड-19 हॉटस्पॉट बनने से रोकने के लिए केंद्र से कक्षा 10 और 12 सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा स्थगित करने का अनुरोध कर रही है।
बड़ी खबरः दो टीके लगवाने के बाद भी लोगों को हो रहा है कोरोना, डॉक्टर भी नहीं रहे सुरक्षित बयान में कहा गया है, “उन्होंने कहा कि बेड केवल गंभीर रोगियों के लिए उपलब्ध होना चाहिए और अन्य सभी रोगियों का इलाज घर पर किया जाना चाहिए।” अब तक चल रही चौथी लहर में दिल्ली में रविवार को एक ही दिन में 10,774 नए कोविड-19 मामले दर्ज किए गए, जो शहर में अब तक की सबसे अधिक एक-दिवसीय बढ़ोतरी है। शहर में कोविड -19 बिस्तरों की कुल संख्या 12,319 है, जिनमें से 4,994 दिल्ली कोरोना मोबाइल ऐप के मुताबिक खाली थे। इससे पहले बीते 11 नवंबर को, जब दिल्ली में तीसरी लहर के एक दिन में सर्वाधिक 8,593 ताजा मामले सामने आए थे, तो राजधानी लगभग 16,500 कोविड बिस्तर थे।