वहीं ब्रिटेन अकेला ऐसा देश नहीं है जहां कोरोना का नया स्ट्रेन मिला है। इसके अलावा भी 5 देशों में नए स्ट्रेन मिलने की पुष्टि हुई है। आईए जानते हैं कौनसे हैं वो पांच देश और इससे नए स्ट्रेन से जुड़ी पांच बड़ी बातें।
एक ही तकनीक पर बनने के बाद भी मॉडर्ना वैक्सीन फाइजर को छोड़ सकती है पीछे, जानिए क्या है बड़ी वजह 12 देशों ने ब्रिटेन से तोड़ा यातायात संपर्क
कोरोना का नया स्ट्रेन नॉर्दर्न आयरलैंड को छोड़ पूरे ब्रिटेन में फैला चुका है। लेकिन इसका सबसे ज्यादा फैलाव लंदन, दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड और पूर्वी इंग्लैंड में देखने को मिल रहा है। यही वजह है कि करीब 12 देशों ने ब्रिटेन के साथ अपने यातायात संपर्क तोड़ दिए हैं। तो भारत में स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन (Harsh Vardhan) ने आपात बैठक कर स्थितियों से निपटने पर चर्चा की है।
कोरोना का नया स्ट्रेन नॉर्दर्न आयरलैंड को छोड़ पूरे ब्रिटेन में फैला चुका है। लेकिन इसका सबसे ज्यादा फैलाव लंदन, दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड और पूर्वी इंग्लैंड में देखने को मिल रहा है। यही वजह है कि करीब 12 देशों ने ब्रिटेन के साथ अपने यातायात संपर्क तोड़ दिए हैं। तो भारत में स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन (Harsh Vardhan) ने आपात बैठक कर स्थितियों से निपटने पर चर्चा की है।
नए स्ट्रेन VUI-202012/01 से जुड़ी 5 बड़ी बातें
1. कोरोना के नए स्ट्रेन VUI-202012/01 को लेकर वैज्ञानिकों का मानना है कि कोरोना की इस नई किस्म में कम से कम 17 बदलाव देखने को मिले हैं। इनमें सबसे बड़ा बदलाव स्पाइक प्रोटीन में देखने को मिला है।
आपको बता दें कि स्पाइक प्रोटीन के जरिए ही वायरस हमारे शरीर की कोशिकाओं में प्रवेश करता है।
1. कोरोना के नए स्ट्रेन VUI-202012/01 को लेकर वैज्ञानिकों का मानना है कि कोरोना की इस नई किस्म में कम से कम 17 बदलाव देखने को मिले हैं। इनमें सबसे बड़ा बदलाव स्पाइक प्रोटीन में देखने को मिला है।
आपको बता दें कि स्पाइक प्रोटीन के जरिए ही वायरस हमारे शरीर की कोशिकाओं में प्रवेश करता है।
2. कोरोना का नया स्ट्रेन बहुत ज्यादा तबदीली करने वाला है। खास तौर पर यह कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले रोगियों में उभर रहा है।
3. कोरोना वायरस के इस नए प्रकार को वीयूआई-202012/01 पहचान दी गई है। खास बात यह है कि ये प्रकार तेजी से महामारी फैला रहा है।
3. कोरोना वायरस के इस नए प्रकार को वीयूआई-202012/01 पहचान दी गई है। खास बात यह है कि ये प्रकार तेजी से महामारी फैला रहा है।
4. फरवरी 2020 में यूरोप में डी614जी प्रकार का वायरस मिला था। फिलहाल पूरे विश्व में सबसे ज्यादा यही प्रकार मिलता है। हालांकि नया स्ट्रेन वायरस को कोशिकाओं को संक्रमित करने की क्षमता बढ़ाने के लिए उन म्यूटेशन में से कुछ को प्रयोगशाला में पहले ही दिखाया जा चुका है। उस दौरान इसकी पुष्टि नहीं हुई थी।
5. हालांकि अब तक इस बात की पुख्ता पुष्टि नहीं हुई है कि ये नया स्ट्रेन संक्रमण को और ज्यादा घातक बना सकता है। शुरुआत जांच के बाद वैज्ञानिकों का मानना है कि जो वैक्सीन आ रही हैं वो निश्चित रूप से इससे लड़ने में मददगार साबित होंगी।
ब्रिटेन के अलावा इन पांच देशों में मिला स्ट्रेन
कोरोना वायरस का नया और खतरनाक स्ट्रेन के VUI-202012/01 ब्रिटेन के साथ-साथ पांच अन्य देशों में भी मिला है। इनमें ऑस्ट्रेलिया, इटली, नीदरलैंड, जिब्राल्टर और डेनमार्क प्रमुख हैं। इसके अलावा नए वायरस स्ट्रेन के बेल्जियम में होने की भी अपुष्ट खबरें आई हैं। वहीं फ्रांस और साउथ अफ्रीका का मानना है कि उनके यहां नया स्ट्रेन हो सकता है।
कोरोना वायरस का नया और खतरनाक स्ट्रेन के VUI-202012/01 ब्रिटेन के साथ-साथ पांच अन्य देशों में भी मिला है। इनमें ऑस्ट्रेलिया, इटली, नीदरलैंड, जिब्राल्टर और डेनमार्क प्रमुख हैं। इसके अलावा नए वायरस स्ट्रेन के बेल्जियम में होने की भी अपुष्ट खबरें आई हैं। वहीं फ्रांस और साउथ अफ्रीका का मानना है कि उनके यहां नया स्ट्रेन हो सकता है।