पत्र में कर्नाटक सरकार ने लिखा है कि वह लॉकडाउन के चलते राज्य में फंसे हुए प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य में भेजना चाहती है। गौरतलब है कि इससे पहले कर्नाटक की येदियुरप्पा सरकार ने गुरुवार को श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को रद्द करने का निर्णय लिया था। जिसके बाद सरकार के इस फैसले का खूब विरोध हुआ था। अपने इस फैसले को विरोध होते देख सरकार ने अपने फैसने का संज्ञान लिया। राज्य के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने जानकारी देते हुए बताया था कि यहां पर लाख प्रवासी मजदूर रह गए हैं। उन्होंने कहा था कि बचे हुए मजदूरों को निर्माण कार्यों में जुटना होगा। यहां तक कि केंद्र सरकार ने भी येदियुरप्पा सरकार के इस फैसले का समर्थन किया था। जानकारी के अनुसार य ट्रेनें आज यानी शुक्रवार से से 15 मई के बीच चलाई जाएंगी।
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आपको बता दें कि कर्नाटक में आंकड़ा 705 पहुंच चुका है। 366 को डिस्चार्ज किया गया। 30 की मौत हुई है। कर्नाटक ही ऐसा राज्य है, जहां देश का सबसे पहला कोरोना पॉजिटिव केस पाया गया है। देश के इस पहले कोरोना पॉजिटिव केस की ट्रैवल हिस्ट्री मिली थी।