भारत ने बनाया कम कीमत का पोर्टेबल वेंटिलेटर, कोविड-19 महामारी से उबरने में करेगा मदद
पथराव से नहीं टूटा हौसला, ड्यूटी पर लौटी डॉक्टर
इंदौर के टाटपट्टी बाखल इलाके में जब डॉ. तृप्ति कटारिया और डॉ. जाकिया अपनी टीम के साथ जांच के लिए पहुंची तो लोगों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। घटना में दोनों को चोट भी आई, लेकिन जज्बा कम नहीं हुआ। घटना को 24 घंटे भी नहीं हुए थे कि दोनों डॉक्टर मरीजों की जान बचाने ड्यूटी पर लौट आई। एएनआई से बातचीत में डॉ. जाकिया ने पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया और कहा, काम तो करेंगे, किसी से डरेंगे थोड़ी। उन्होंने लोगों से कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए सतर्कता बरतने की अपील भी की है।
लोग कर रहे सलाम
लोगों ने डॉक्टरों पर हमले की कड़ी निंदा की है। लोगों का कहना है कि इस महामारी से जंग में डॉक्टर भगवान बनकर धरती पर उतरे है। हम उनके जज्बे को सलाम करते। इस समय डॉक्टर ही है जो लोगों की जिंदगी बचा रहे हैं।