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लेडी हार्डिंग हॉस्पिटल के डॉक्टर राजेन्द्र धमीजा की मानें तो आने वाले 15 दिन कोरोना वायरस के लिहाज से काफी चिंताजनक हो सकते हैं। डॉ. धमीजा ने इसके पीछे तीन कारणों को गिनाया। उन्होंने कहा कि कोरोना प्रभावी होने का सबसे बड़ा कारण ठंड का बढ़ना है। क्योंकि कोरोना वायरस का जन्म ही ठंड में हुआ है, ऐसे में सर्दियों का सीजन कोरोना के लिए अनुकूल है। वहीं, दिवाली की वजह से बढ़े वायु प्रदूषण ने भी आग में घी डालने का काम किया है। वायु प्रदूषण सबसे ज्यादा लोगों के फेफड़ों को नुकसान पहुंचा रहा है। जबकि कोरोना का भी सबसे ज्यादा असर भी फेफड़ों पर ही होता है। डॉ. धमीजा ने बताया कि त्योहारी सीजन में लोगों ने कोरोना को लेकर भारी लाहपरवाही का परिचय दिया है। बाजारों और सड़कों पर लोगों की ठसाठस भीड़ देखने को मिली। साशेशल डिस्टेंसिंग और मास्क वियरिंग के नियमों का खूब उल्लघंन किया गया है।
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डॉ. ने बताया कि ऐसे में सरकार को एक एक्शन प्लान लाने की जरूरत है। ताकि कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके। आपको बता दें कि देश में एक बार फिर कोरोना वायरस के केसों में उछाल देखने को मिला है। आलम यह है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, गुजरात और राजस्थान समेत कई राज्यों में मिनी लॉकडाउन और नाइट कर्फयू का सहारा लिया जा रहा है। ताजा मामला महाराष्ट्र से जुड़ा है। महाराष्ट्र में एक बार फिर लॉकडाउन लागू किया जा सकता है।