अन्य देशों की तुलना में भारत में #Coronavirus से होने वाली मृत्यु दर में कमी का खुल गया रहस्य इतनी तेजी से बढ़ रहे आंकड़े अगर भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों की चर्चा करें तो 30 जनवरी को यहां पहला केस आया था। जबकि 4 मार्च को यह आंकड़ा 10 के पार हो गया। 15 मार्च को कुल केस 100 से ऊपर हो गए और 28 मार्च को 1000 पार। इसके बाद 7 अप्रैल को कुल केस 5000 से ऊपर पहुंच गए तो 14 अप्रैल को इनकी संख्या 10,000 पार हो गई।
फिर अगले 8 दिन में यह संख्या दोगुनी होकर 22 अप्रैल को 20 हजार पार चली गई। और अब महज एक सप्ताह के भीतर यह 10 हजार से ज्यादा बढ़कर 29 अप्रैल को 30 हजार पार हो गई है।
ऐसे बढ़ रही है दम तोड़ने वालों की तादाद अगर बात कोरोना वायरस महामारी से होने वाली मौतों की करें तो भारत में कोरोना से पहली मौत 12 मार्च को हुई थी, जबकि 10वीं मौत 24 मार्च को। देश में बीते 1 अप्रैल को कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या 50 के ऊपर थी, जो 5 अप्रैल को 100 का आंकड़ा पार कर गई और 19 अप्रैल को 500 पार करने के बाद अब 29 अप्रैल को 1000 पार हो गई है।
हाई लेवल मीटिंग में बोले पीएम मोदी- इन राज्यों में जारी रहेगा लॉकडाउन #Lockdown मौजूदा स्थिति केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बुधवार सुबह जारी डेली रिपोर्ट के मुताबिक देश में कोरोना मामलों की कुल संख्या अब 31 हजार 332 हो गई है। देश में अभी 22,629 मामले कोरोना एक्टिव के हैं जबकि 7695 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। वहीं, 1007 लोगों ने अब तक इस महामारी से दम तोड़ दिया है। पिछले 24 घंटों में देश में 73 मौतें और 1897 नए मामले सामने आए हैं।
सर्वाधिक प्रभावित प्रदेश स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, COVID-19 महामारी से सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र में कुल आंकड़ा 9318 और मरने वालों की संख्या 342 हो चुकी है। जबकि सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों की सूची में दूसरे स्थान पर पहुंचे गुजरात में कुल केस 3744 और 181 मौतें हो चुकी हैं।
मन की बात में क्यों बोले पीएम मोदी कि ईद से पहले कोरोना खत्म हो जाए इसके बाद मध्य प्रदेश में 2387 कुल मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें 120 की मौत हो गई है। राजधानी दिल्ली में भी कोरोना के कुल 3314 केस आए हैं, जिनमें से 54 लोगों की जान चली गई है। राजस्थान में अब तक 2364 मामले सामने आए हैं और 51 की मौत हो गई है।