विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO ) ने कोरोना ( Coronavirus ) से बचाव के लिए लोगों से सामाजिक दूरी बनाए रखने की अपील की है।
वहीं, अब एक नए रिसर्च में दावा किया गया है कि कोरोना ( Coronavirus Infection ) को मात देने के लिए WHO द्वारा दिए गए दिशा निर्देश काफी नहीं हैं।
क्योंकि खांसी या छींकने से कोरोना वायरस 1-2 मीटर नहीं बल्कि 8 मीटर दूर तक जा सकता है।
भारत समेत पूरी दुनिया इस वक्त कोरोना वायरस महामारी ने निपटने की चुनौती से जूझ रही हैं। इसके लिए कई देशों ने लॉकडाउन जैसे सख्त कदम उठाए हैं, जिसका उद्देश्य सामाजिक दूरी को सुनिश्चित करना है ताकि वायरस के फैलाव को रोका जाए।
हालांकि, अब एक नए रिसर्च में दावा किया गया है कि कोरोना से निपटने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सामाजिक दूरी से जुड़े जो दिशानिर्देश दिए हैं, वे नाकाफी हैं।
खांसी या छींकने से यह वायरस 1-2 मीटर नहीं बल्कि 8 मीटर दूर तक जा सकता है।
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दरअसल, हाल ही में ‘जर्नल ऑफ द अमरीकन मेडिकल असोसिएशन’ में एक रिपोर्ट प्रकाशित हुई है। इस रिपोर्ट में वैज्ञानिकों ने दावा किया है क? कोरोना वायरस ?? को कंट्रोल करने के लिए ( WHO ) और ‘अमरीका रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र’ ( CDC ) के सामाजिक दूरी वाले उपाए काफी नहीं हैं।
क्योंकि खांसी या छींकने पर कोरोना वायरस एक या दो नहीं, बल्कि 8 मीटर दूर तक जा सकता है। एमआईटी की एसोसिएट प्रोफेसर लीडिया बूरूइबा के अनुसार खांसते या छींकते समय मुंह या नाक से निकलने वाली सुक्ष्म बूंदें 7-8 मीटर तक जा सकती हैं।
ऐसे में सामाजिक दूरी में बताई गई एक से दो मीटर की दूरी ही पर्याप्त नहीं है।
रिसर्च में यह भी दावा किया गया है कि कोरोना संक्रमण के फैलाव को लेकर अभी तक जो अनुमान लगाए गए हैं, जो वास्तव में वास्तविका उससे भी कहीं ज्यादा भयावह है।
इसलिए इस जानलेवा बीमारी से बचने के लिए अपने घरों में रहना एक प्रभावी उपाए है।