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कोरोना वायरस से सावधान रहने की जरूरत
दरअसल, इंस्टीट्यूट ऑफ जिनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बॉयोलॉजी के डायरेक्टर डॉ. अनुराग अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना वैक्सीनेशन से एक बड़ी आबादी को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखने में मदद जरूर मिली है। लेकिन अभी भी कोरोना वायरस से सावधान रहने की जरूरत है। डॉ. अनुराग ने आगे कहा कि भारत की पहली कोरोना वैक्सीन बनाने में टेक्नोलॉजी का काफी योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना केसों में देखने को मिली है, बावजूद इसके हमें वैक्सीन की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कोरोना के मामलों में देखने को मिल रही कमी अस्थाई हो सकती है। डॉ. ने कहा कि ब्राजील में ऐसा ही देखा गया है सत्तर प्रतिशत सीरो पॉजिटिव रिपोर्ट के बाद भी मनौस सिटी में कोरोना इंफेक्शन तेजी के साथ बढ़ा।
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कुल मामलों की संख्या बढ़कर 1,08,92,746 हो गई
आपको बता दें कि भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 12,143 नए मामले सामने आए हैं जिससे कुल मामलों की संख्या बढ़कर 1,08,92,746 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।दो हफ्तों से देश में प्रतिदिन 15,000 से कम नए संक्रमण दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा, दैनिक कोविड-19 की मौत का आंकड़ा एक महीने से अधिक समय से 200 से नीचे है। 9 फरवरी को, भारत ने 9,110 नए मामले दर्ज किए थे, जो इस साल का अब तक का सबसे कम है। पिछले साल, 3 जून को सबसे कम 9,633 मामले दर्ज किए गए थे। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा कि कुल 103 और मौतें हुी हैं जिससे मरने वालों की कुल संख्या 1,55,080 हो गई है।
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रिकवरी दर बढ़कर 97.32 प्रतिशत हो गई
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 11,395 रोगियों को एक दिन में अस्पताल से छुट्टी देने के बाद वर्तमान में 1,36,571 सक्रिय मामले हैं। अब तक, कुल 1,06,00,625 व्यक्तियों को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। रिकवरी दर बढ़कर 97.32 प्रतिशत हो गई है, जबकि मृत्यु दर घटकर 1.43 प्रतिशत हो गई है। मंत्रालय ने यह भी बताया कि शुक्रवार को 7,43,614 नमूनों का परीक्षण किया गया। भारत में अब तक 7,967,647 लोगों को कोरोना वैक्सीन लग चुका है।