देश में कोरोना (Coronavirus) के मामले भले ही घट रहे हैं लेकिन कुछ राज्यों में बढ़ती आर वैल्यू (संक्रमण दर) और डेल्टा प्लस का खतरा भी बना हुआ है। इस बीच, केरल से चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।
आइसीएमआर से जुड़े सूत्रों के अनुसार केरल में 40 हजार ऐसे संक्रमित मामले मिले हैं जिन्हें कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक लग चुकी हैं। हाल ही में केरल से लौटे एक अधिकारी के अनुसार टीके के बाद भी संक्रमण का कारण कोरोना का नया वैरिएंट हो सकता है। हालांकि, बुधवार को सरकार ने नए वैरिंएट की आशंका को खारिज किया है।
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पता चला है कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी 40 हजार संक्रमण के मामलों की जीनोम सीक्वेंसिंग का निर्णय किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की एक और टीम 15 अगस्त के बाद फिर केरल के दौरे पर जाएगी। उल्लेखनीय है कि देश में अब तक टीके की दोनों खुराक के बाद भी संक्रमण के कुल एक लाख मामले सामने आए हैं। देशभर में डेल्टा और डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले सामने आ रहे हैं। अमरीका और यूरोप में भी डेल्टा वैरिएंट के मामले बढ़ रहे हैं। क्या है आर वैल्यू रिप्रोडक्शन नंबर यानी एक संक्रमित व्यक्ति आगे कितने लोगों को संक्रमण फैला सकता है। आर वैल्यू के द्वारा ये पता चलता है कि किसी क्षेत्र विशेष में संक्रमण की दर क्या है। 1 या इससे ज्यादा आर वैल्यू खतरनाक स्तर मानी जाती है।
डेल्टा पर स्पूतनिक 83 प्रतिशत असरदार
रूस ने दावा किया है कि स्पूतनिक वैक्सीन कोरोना के डेल्टा वैरिएंट पर 83 फीसदी असरदार है। रूस के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराशको के अनुसार कोरोना के अन्य गंभीर मामलों में स्पूतनिक की कुशलता दर 95 प्रतिशत तक पाई गई है। स्पूतनिक वी को भारत में आपात मंजूरी मिल चुकी है।
रूस ने दावा किया है कि स्पूतनिक वैक्सीन कोरोना के डेल्टा वैरिएंट पर 83 फीसदी असरदार है। रूस के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराशको के अनुसार कोरोना के अन्य गंभीर मामलों में स्पूतनिक की कुशलता दर 95 प्रतिशत तक पाई गई है। स्पूतनिक वी को भारत में आपात मंजूरी मिल चुकी है।
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5 करोड़ फाइजर टीकों की खरीदसूत्रों के अनुसार भारत 5 करोड़ फाइजर के टीकों की खरीद करेगा। पता चला है कि कोवैक्स कार्यक्रम के तहत भारत को अमरीका से मॉडर्ना वैक्सीन की 70 लाख डोज मिलेंगी। उल्लेखनीय है कि हाल ही में भारत ने जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज वैक्सीन को मंजूरी प्रदान की है।
आंध्र ने कबूली कुछ मौतें वहीं, आंध्र प्रदेश ने केंद्र को बताया कि कम ऑक्सीजन के कारण कोरोना की दूसरी लहर में वेंटिलेटर सपोर्ट पर कुछ मरीजों की मौत हुई। पहली बार किसी राज्य ने ऑक्सीजन की कमी से मौत के तथ्य को स्वीकारा है। लेकिन आंध्र ने भी संख्या नहीं बताई है। केंद्र ने हाल में राज्यों से मौतों का आंकड़ा तलब किया था। सूत्रों के अनुसार अरुणाचल प्रदेश, असम, ओडिशा, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, झारखंड, हिमाचल और पंजाब समेत 13 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों ने जवाब दिया है।
बूस्टर डोज की संभावना
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी.के. पॉल के अनुसार कई देशों में कोरोना वैक्सीन की बूस्टर (तीसरी) डोज लगाने के बारे में तैयारियां चल रही हैं। भारत में भी इस बारे में विचार-विमर्श चल रहा है। हाल में विशेषज्ञ समूह की बैठक में इस पर चर्चा की गई। इजराइल ने बूस्टर डोज शुरू कर दी है। यूएस, फ्रांस व जर्मनी भी जल्द कर सकते हैं।
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी.के. पॉल के अनुसार कई देशों में कोरोना वैक्सीन की बूस्टर (तीसरी) डोज लगाने के बारे में तैयारियां चल रही हैं। भारत में भी इस बारे में विचार-विमर्श चल रहा है। हाल में विशेषज्ञ समूह की बैठक में इस पर चर्चा की गई। इजराइल ने बूस्टर डोज शुरू कर दी है। यूएस, फ्रांस व जर्मनी भी जल्द कर सकते हैं।