मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वैक्सीन की 10 खुराक वाली शीशी से 12 डोज निकाले जाने को लेकर कई केंद्रों ने दावा किया है। इनमें चंडीगढ़, हरियाणा, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश समेत गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश और कई अन्य राज्यों के केंद्र शामिल हैं। इन केंद्रों का कहना है कि वे आसानी से दो अतिरिक्त डोज निकाल पा रहे हैं।
एक तरफ वैक्सीन केंद्रों ने दावा किया है तो दूसरी तरफ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी माना है कि उनके पास 41 लाख से ज्यादा अतिरिक्त खुराक निकालने जाने का आंकड़ा मौजूद है।
जिन राज्यों में अतिरिक्त खुराकें निकाले जाने का दावा किया गया उनमें तमिलनाडु सबसे आगे है। यहां, 5 लाख 88 हजार 243 अतिरिक्त खुराकें दी गईं। जबकि दूसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल हैं, जहां 4 लाख 87 हजार एक्स्ट्रा डोज निकाले गए हैं। वहीं गुजरात में 4 लाख 62 हजार, हरियाणा में 1 लाख 27 हजार और चंडीगढ़ में 5681 अतिरिक्त खुराकें निकाली गई हैं।
इन राज्यों से कोविशील्ड वैक्सीन की एक शीशे से 12 खुराकें निकालने का दावा किया गया है, जबकि कंपनी ने अपनी वैक्सीन शीशी से 10 डोज निकालने जाने की बात कही है।
वैक्सीन कंपनियों के साथ एक्सपर्ट्स भी अतिरिक्त डोज निकालने जाने के दावों को लेकर हैरान हैं। उनका मानना है कि शीशी से अतिरिक्त खुराक नहीं निकाली जा सकती। वहीं दिल्ली के स्वास्थ्य विभाह के पूर्व अधिकारी महेंद्र प्रताप का मानना है कि एक शीशी से दो अतिरिक्त खुराकें नहीं निकाली जा सकतीं। उन्होंने कहा कि, बेहतर प्रशिक्षण और सतर्कता के जरिए ज्यादा से ज्यादा एक शीशी से एक खुराक निकाली जा सकती है। इससे ज्यादा खुराक निकाली जा रही है तो ये गलत है।
वैक्सीन की अतिरिक्त डोज निकाले जाने के साथ ही कई राज्यों में खुराकें बर्बाद भी हो रही हैं। इनमें सबसे आगे त्रिपुरा राज्य है, जहां 27552 डोज बर्बाद हुए हैं। जबकि राजधानी दिल्ली में भी 19,989 खुराकें अब तक बर्बाद हो चुकी हैं। इसी तरह उत्तर प्रदेश में 13207, पंजाब में 13613, मेघालय में 3,518 खुराकें बर्बाद हुई हैं।