सुप्रीम कोर्ट ( Supreme Court ) में मंगलवार को जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (Justice DY Chandrachud ) ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सुनवाई कर आदेश देते हुए कहा कि वह अब कोर्ट मास्टर ( Court Master ) को आदेश देने के बजाय खुद लैपटॉप पर आदेश लिखते हैं।
बिहार और असम में बाढ़ से बिगड़े हालात, NDRF की 20 राज्यों में 122 टीमें तैनात उन्होंने कहा कि लैपटॉप पर अपना खुद का आदेश टाइप करना बहुत अच्छा है, क्योंकि ऐसा करने से यह आदेश बहुत सटीक और संक्षिप्त हो जाता है। बाद में इसमें किसी भी तरह के सुधार की जरूरत नहीं होती।
दरअसल, हमेशा से परंपरा यह है कि सुप्रीम कोर्ट में जज कोर्ट मास्टर को आदेश लिखवाते हैं, जो शार्टहैंड में आदेश लिखते हैं और बाद में उसे टाइप किया जाता है। इसके बाद जज को उसे दिखाया जाता है। भूल-चूक सुधार के लिए फिर से टाइप किया जाता है। ऐसे में स्टाफ को कई बार जज ( Judge ) के पास जाना पड़ जाता है।
बता दें कि 25 मार्च, 2020 से कोरोना वायरस संकट के चलते खुली अदालतों में सुनवाई नहीं हो रही है। लॉकडाउन ( Lockdown ) के बाद से सुनवाई वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हो रही है।
Ambulance operators का मरीजों से लूट, मुंबई में 10-15 KM किमी के वसूले जा रहे हैं 30K रुपए अदालतों के क्लेरिकल स्टाफ ( Clerical Staff ) जजों के घर से काम करते हैं, लेकिन पिछले दिनों कुछ स्टाफ के संक्रमित पाए जाने के बाद एक जज को सेल्फ क्वारंटाइन ( Self Quarantine ) होना पड़ा था।
कोरोना के शुरुआती दौर में रजिस्ट्री विभाग ( Registry Department ) का भी कुछ स्टाफ पॉजिटिव पाया गया था। यही वजह है कि पर्सनल स्टाफ को जज कम से कम अपने पास रख रहे हैं।
इस बात को ध्यान में रखते हुए जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ इन दिनों खुद लैपटॉप पर आदेश लिखते हैंं चंद्रचूड़ की तरह अन्य जज भी कोरोना की वजह से उत्पन्न संकट ( Corona Crisis ) से पार पाने के लिए इस तरीके को अपना सकते हैं।