कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने विशेष पूजा के बाद छराबड़ा स्थित घर में प्रवेश किया। इसके लिए विशेष रूप से दक्षिण भारत से पंडितों को बुलाया गया था। आपको बता दें कि नए घर में प्रवेश के लिए प्रियंका गांधी एक दिन पहले ही शिमला पहुंची थीं। गृह प्रवेश के लिए आयोजित कार्यक्रम में चुनिंदा मेहमानों को ही न्योता दिया गया था।
अरुण जेटली के निधन के इतने दिन बाद परिवार ने सरकार से लगाई गुहार, पीएम मोदी और उपराष्ट्रपति को भी लिखा पत्र प्रियंका गांधी ने विधिवत रूप से विशेष पूजा अर्चना के बाद नए घर में प्रवेश किया। वह अपनी सहेली के साथ सड़क से शिमला पहुंची थी। आपको बता दें कि प्रियंका को छराबड़ा इतना पंसद आया कि उन्होंने यहीं बसने का मन बना लिया।
प्रियंका गांधी ने अपने बंगले के लिए 11 साल पहले 2007 में छराबड़ा में जमीन खरीदी। यह जमीन साढ़े तीन बीघा से अधिक है। फिलहाल उनका आशियाना बनकर तैयार है और उनके इस आशियाने में बगीचा भी बना हुआ है। मकान दो मंजिला पहाड़ी शैली में बनाया गया है।
अखरोट की लकड़ी का फर्नीचर
प्रियंका गांधी के घर में उनकी पसंद का पूरा ध्यान रखा गया है। घर में प्रियंका की पसंद का फर्नीचर बनाया गया है। ज्यादातर फर्नीचर का निर्माण अखरोट की लकड़ी से किया गया है। सभी बेडरूम में अखरोट की लकड़ी की सीलिंग लगाई गई है।
प्रियंका गांधी के घर में उनकी पसंद का पूरा ध्यान रखा गया है। घर में प्रियंका की पसंद का फर्नीचर बनाया गया है। ज्यादातर फर्नीचर का निर्माण अखरोट की लकड़ी से किया गया है। सभी बेडरूम में अखरोट की लकड़ी की सीलिंग लगाई गई है।
दिल्ली से बुलाए गए इंटीरियर डिजाइनर
साज-सज्जा के लिए दिल्ली से विशेषतौर पर इंटीरियर डिजाइनर की टीम को बुलाया गया था। रसोई में भी अधिकांश तौर पर लकड़ी का इस्तेमाल किया गया है। प्रियंका के आशियाने का निर्माण इस वर्ष के शुरू में पूरा कर लिया गया था।
साज-सज्जा के लिए दिल्ली से विशेषतौर पर इंटीरियर डिजाइनर की टीम को बुलाया गया था। रसोई में भी अधिकांश तौर पर लकड़ी का इस्तेमाल किया गया है। प्रियंका के आशियाने का निर्माण इस वर्ष के शुरू में पूरा कर लिया गया था।
इन फलों से सजा बगीचा
प्रियंका गांधी के नए घर में बागवानी का भी बखूबी ध्यान रखा गया है। यहां बगीचे में चेरी, सेब, बादाम समेत कई तरह के विशेष पौधे लगाये गये हैं। प्रियंका के बगीचे में तैयार चेरी उनके बच्चों के लिए दिल्ली पहुंचती रही है।
प्रियंका गांधी के नए घर में बागवानी का भी बखूबी ध्यान रखा गया है। यहां बगीचे में चेरी, सेब, बादाम समेत कई तरह के विशेष पौधे लगाये गये हैं। प्रियंका के बगीचे में तैयार चेरी उनके बच्चों के लिए दिल्ली पहुंचती रही है।
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प्रियंका गांधी के सपनों के आशियाने को बनाने में करीब 10 वर्ष लग गए। एक बार पहले भवन निर्माण किया गया लेकिन उसे तोड़ा गया था और उसके बाद दोबारा से नया निर्माण शुरू किया गया।
प्रियंका गांधी के सपनों के आशियाने को बनाने में करीब 10 वर्ष लग गए। एक बार पहले भवन निर्माण किया गया लेकिन उसे तोड़ा गया था और उसके बाद दोबारा से नया निर्माण शुरू किया गया।