दरअसल चीन के प्रति गुस्से के बीच भारत में चीनी नागरिकों पर हमला हो सकता है। लोगों के गुस्से के चलते देश में चीनी नागरिक ( Chinese citizens ) किसी घटना का शिकार न हो जाएं, इस आशंका ने परेशानी बढ़ा दी है। दरअसल देश के दो शहरों हरियाणा के गुरुग्राम और पश्चिम बंगाल के कोलकाता में बड़ी संख्या में चीनी नागरिक रहते हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।
तेजी से बदल रही है मौसम की चाल, विभाग ने देश के इन इलाकों को लेकर जारी किया बड़ा अलर्ट, जानें अपने यहां का हाल चीनी की धोखाबाजी के चलते देश के 20 वीर सपतों ने अपने प्राणों का बलिदान दे दिया। जवानों की शहादत पर पूरे देश में गुस्सा है। लेकिन इस गुस्से ने देश के दो शहरों में रह रहे चीनी नागरिकों की सुऱक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। दरअसल लोगों के गुस्से के चलते इन चीनी नागरिकों पर हमले की आशंका बढ़ गई है।
आपको बता दें कि देश में सबसे ज्यादा चीनी नागरिक हरियाणा के गुरुग्राम शहर में रहते हैं। यहां करीब 5 हजार से अधिक चीनी नागरिक अलग-अलग बड़ी कंपनियों में काम कर रहे हैं। वहीं पश्चिम बंगाल के कोलकाता में भी तकरीबन इतने ही चीनी नागरिक अपने कारोबार के चलते यहां रह रहे हैं। इतना नहीं लॉकडाउन ( Lockdown ) के चलते अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट बंद होने के कारण और कानूनी कार्रवाई के बीच चीन के कुछ तबलीगी जमाती (Tablighi Jamaat) भी अभी भारत में ही रह रहे हैं। ऐसे में करीब 10 हजार से ज्यादा चीनी नागरिकों की सुरक्षा को लेकर सरकार की चिंता बढ़ गई है।
सुरक्षा को लेकर अलर्ट हैं पुलिस जवान
गुरुग्राम पुलिस के पीआरओ सुभाष बोकेन के मुताबिक हमारी पुलिस 24 घंटे शहर में लोगों की सुरक्षा करती है। लेकिन खासतौर चीनी नागरिकों की सुरक्षा को लेकर ऐसा कोई आदेश नहीं आया है। बावजूद इसके हम लगातार निगाह बनाए हुए हैं। उनकी सुरक्षा को लेकर हमारे जवान भी अलर्ट हैं।
गुरुग्राम पुलिस के पीआरओ सुभाष बोकेन के मुताबिक हमारी पुलिस 24 घंटे शहर में लोगों की सुरक्षा करती है। लेकिन खासतौर चीनी नागरिकों की सुरक्षा को लेकर ऐसा कोई आदेश नहीं आया है। बावजूद इसके हम लगातार निगाह बनाए हुए हैं। उनकी सुरक्षा को लेकर हमारे जवान भी अलर्ट हैं।
गुरुग्राम की कंपनियों में काम कर है चीनी नागरिकों के अलावा कोलकाता में भी बड़ी संख्या में चीनी नागरिक कारोबार कर रहे हैं। यहां पर ये नागरिक जूतों से लेकर अन्य व्यवसायों से जुड़े हुए हैं। कोलकाता के खिदरपुर, धर्मतल्ला, बड़ा बाजार और बिल्सुल हॉट जैसे इलाकों में चीनी नागरिकों के घर और दुकानें हैं।
कोरोना के बिगड़ते हालातों के बीच अमित शाह ने बुलाई अहम बैठक, इन बातों को लेकर हो सकता है बड़ा ऐलान देश भर में चीन के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों के बीच रह रहे चीनी नागरिकों को भी अपनी जान की चिंता सताने लगी है। सभी परिवार सहित घरों में कैद हो गए। भारत चाइना इकोनॉमिक इंडिया के महासचिव मोहम्मद साकिब ने कहा, “वे (चीनी परिवार) मीडिया से बात नहीं करना चाहते।
JNU जैसे विश्वविद्यालयों में पड़ रहे चीनी नागरिक
भारत में चीनी नागरिक विभिन्न चीनी फर्मों में काम कर रहे हैं और जेएनयू जैसे विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि सीमा पर चल रहे इस संघर्ष का आर्थिक रूप से काफी नुकसान होगा।
भारत में चीनी नागरिक विभिन्न चीनी फर्मों में काम कर रहे हैं और जेएनयू जैसे विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि सीमा पर चल रहे इस संघर्ष का आर्थिक रूप से काफी नुकसान होगा।
दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में भी चीनी नागरिक आए थे। लेकिन लॉकडाउन के कारण और इस मामले में चल रही कार्रवाई के चलते फिलहाल ये भी देश में ही रह रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने दूसरे विदेशी जमातियों संग 7 चीनी जमातियों के खिलाफ दिल्ली की कोर्ट में चॉर्जशीट फाइल की है। इसके अलावा और दूसरे चीनी जमाती भी हैं जिन पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है।