लद्दाख सीमा पर टेंशनः भारत का चीन को करारा जवाब, तंबू तानकर सेना की तैनाती दरअसल कोरोना वायरस महामारी ( Coronavirus Pandemic ) फैलाने को लेकर अमरीका ने चीन पर कई बार गंभीर आरोप लगाए हैं। जबकि ऑस्ट्रेलिया भी चीन की खिलाफत कर रहा है। ऐसे में मंगलवार को चीन में सेंट्रल मिलिट्री कमीशन की बैठक आयोजित की गई। इस संबोधित करते हुए राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि PLA सैनिकों के प्रशिक्षण को व्यापक रूप से बढ़ाए। इतना ही नहीं सेना युद्ध के लिए तैयार हो जाए।
नेशनल पीपुल्स कांग्रेस के वार्षिक सत्र के मौके पर जिनपिंग ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में चीन के प्रदर्शन ने सैन्य सुधारों की जरूरत दिखाई है। इस दौरान पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी और पीपुल्स आर्म्ड पुलिस फोर्स के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों को महामारी के बावजूद ट्रेनिंग के नए तरीकों का पता लगाने की जरूरत है।
जिनपिंग ने सेना से कहा कि सबसे खराब हालात के बारे में सोचें। उस स्थिति में किस तरह लड़ाई लड़ेंगे, इसके लिए सेना अपनी तैयारियां और ट्रेनिंग करे। सामने आ रहे किसी भी कठिन हालात से तुरंत और दमदार ढंग से निपटे। सेना की जिम्मेदारी है कि वो राष्ट्रीय संप्रभुता, सुरक्षा और विकास संबंधी हितों की पूरी दृढ़ता के साथ रक्षा करे।
केवल 12 घंटे के भीतर दो घटनाएं, Dark Web पर 18 लाख भारतीयों की जानकारी और आधार कार्ड Leak चीनी राष्ट्रपति ने बैठक को संबोधित करते हुए अमरीका के साथ बढ़ते तनाव और ताइवान के नेताओं के साथ बातचीत और डिप्लोमेसी बढ़ाने पर भी चर्चा की। जिनपिंग ने ईशारा किया कि अगर जरूरत पड़ी तो ताइवान के खिलाफ भी बल प्रयोग भी किया जा सकता है।
पीएम मोदी की बैठक लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल ( LAC ) पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच टेंशन को लेकर पीएम मोदी ने मंगलवार एक बैठक की। इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल रहे। इस दौरान LAC के मौजूदा हालात, भारत की सैन्य तैयारियां, चीन की क्षमता और रणनीतिक मुद्दों पर चर्चा की गई।