माना जा रहा है कि एक तरह से चेतेश्वर पुजारा को पिछले कुछ सालों से हर बार ऑक्शन में नजरअंदाज किया जाता है। लेकिन उन्हें बोली में न बिकने का गम नहीं है। माना जा रहा है कि उन पर टेस्ट क्रिकेटर का ठप्पा लग गया है। इसलिए कोई भी फ्रेंचाइजी अपनी टीम उन्हें लेना नहीं चाहती।
आज से ब्लू और पिंक लाइन पर दौड़ी Delhi Metro, 28 में से 9 मेट्रो स्टेशन पर मिलेगी इंटरचेंज की सुविधा इस बारे में मीडिया की ओर से पूछे जाने पर चेतेश्वर ने कहा कि हाशिम अमला जैसे इंटरनेशनल प्लेयर्स पर कोई बोली नहीं लगाता। टी-20 के भी कई अच्छे खिलाड़ियों को चुना नहीं जाता। इसलिए मुझे आपीएल की नीलामी में खुद के न बिकने का गम नहीं है।
लेकिन उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि अगर आईपीएल टीम में खेलने का अवसर मिला तो मैं बेहतर साबित कर दिखा सकता हूं। फ्रेंचाइजी टीमों के प्रबंधकों की यह धारणा है कि मैं टेस्ट खिलाड़ी हूं। इसलिए, आईपीएल में बेहतर नहीं खेल कर सकता है। यह सोच गलत है।
उन्होंने कहा कि टेस्ट क्रिकेटर होने के कारण टी-20 क्रिकेट नहीं खेल पाने की सोच से निराश हूं। मैं इस सोच को बदलना चाहता हूं। इसलिए, एक बार आईपीएल में मौका मिलने की तलाश में हूं।
IBPS Prelims को लेकर फिर बदला फैसला, अब पहले की तारीखों में होगी परीक्षा एक क्रिकेटर होने के बावजूद मैं वैसा नहीं सोचता जैसा लोग सोचते हैं। फिर मैं अपने अंदर अहम भाव भी नहीं रखता। ऐसा इसलिए कि आईपीएल नीलामी बहुत पेचिदा होती है। उन्होंने कहा कि क्रिकेट के सभी प्रारूप में खेलकर मुझे खुशी होगी। ऐसा इसलिए कि जब तक मैं खेलता रहूंगा, तब तक सीखता रहूंगा।
इस बार ब्रिटेन खेलने के लिए नहीं जा पाया। नहीं जाने की वजह यह है कि कोरोना काल चल रहा है। यह मुश्किल दौर है। इस दौर में अपने परिवार के साथ सुरक्षित रहना में ही समझदारी है।