पेट्रो ने एक मीडिया हाउस को बताया कि सोमवार को प्रकाश की स्थिति इस इलाके में बहुत अधिक अनुकूल थी। एलआरओ ने तस्वीरें खींची हैं। उन्होंने कहा कि हमने सोमवार को लैंडिंग साइट पर उड़ान भरी और कैमरा टीम अभी भी तस्वीरों का मूल्यांकन कर रही है, इसलिए हमें अगले कुछ दिनों में और जानकारी मिलने वाली है। पेट्रो ने आगे कहा कि हम उसकी सावधानीपूर्वक उसकी खोज करेंगे। हम कठिन खोज करेंगे, हम यथासंभव कठिन खोज कर रहे हैं। हम जल्द ही पता लेंगे, विक्रम मून लैंडर के साथ क्या हुआ। हालांकि, उन्होंने यह कहा कि अभी स्थिति साफ नहीं हो सकी है। लेकिन, उम्मीद है कि जल्द ही बड़ी खबर सामने आ सकती है।
इधर, ISRO की एक विशेष टीम लगातार विक्रम लैंडर से संपर्क स्थापित करने में जुटी है। कुछ वैज्ञानिकों का कहना है कि चांद की सतह पर अभी दिन हैं और दोबारा विक्रम लैंडर से संपर्क स्थापित की जा सकती है। वहीं, नासा ने कहा कि पिछली बार 17 सितंबर को एलआरओ चांद के इसी इलाके से गुजरा था और उसने वहां तस्वीरें भी ली थीं, लेकिन उस फ्लाईओवर के दौरान ली गई तस्वीरों में वैज्ञानिक विक्रम का पता नहीं लग पाया था। अब देखना यह है कि इस बार नासा को कामयाबी मिलती है या फिर अभी इस मिशन को लेकर और इंतजार करना होगा।