हालांकि, अगले ही दिन उस खबर से पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई जब इसरो चीफ के. सिवन ने बताया कि विक्रम लैंडर ऑर्बिट में मौजूद है। उन्होंने ये भी कहा था कि ऑर्बिटर ने लैंडर की थर्मल इमेज भी क्लिक की है। वहीं, इसी को लेकर अब इसरो ने एक ट्वीट किया है।
ISRO ने मंगलवार को सुबह एक ट्वीट किया जिसमें कहा गया कि विक्रम का लोकेशन मिल चुका है लेकिन अभी इससे संपर्क स्थापित नहीं हो पाया है। इसरो की तरफ से कहा गया है कि लैंडर से संपर्क स्थापित करने की हर संभव कोशिश की जा रही है।
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थोड़ा सा झुका हुआ है लैंडर विक्रम
इसरो के मुताबिक चंद्रयान-2 का लैंडर विक्रम पूरी तरह से सुरक्षित है। इसरो की तरफ से बताया गया कि लैंडर सही-सलामत है लेकिन थोड़ा सा झुका हुआ है।
इसरो के मुताबिक चंद्रयान-2 का लैंडर विक्रम पूरी तरह से सुरक्षित है। इसरो की तरफ से बताया गया कि लैंडर सही-सलामत है लेकिन थोड़ा सा झुका हुआ है।
सॉफ्ट की बजाय हुई हार्ड लैंडिंग
इसरो के अधिकारियों के मुताबिक दूसरे ऑर्बिटर से जो थर्मल इमेज सामने आई हैं, उससे जानकारी मिलती है कि लैंडर ने हार्ड लैंडिंग की है और अपनी लोकेशन के करीब है।
इसरो के अधिकारियों के मुताबिक दूसरे ऑर्बिटर से जो थर्मल इमेज सामने आई हैं, उससे जानकारी मिलती है कि लैंडर ने हार्ड लैंडिंग की है और अपनी लोकेशन के करीब है।
सौर ऊर्जा से चार्ज हो रहा विक्रम
अधिकारी ने बताया, ‘लैंडर सिंगल पीस में वहां मौजूद है और इसमें कोई टूट-फूट नहीं हुई हैं। यह टिल्ट पोजिशन में है। लैंडर अभी पावर जनरेशन और सोलर पैनल्स की मदद से बैटरी का रिचार्ज कर सकता है।
अधिकारी ने बताया, ‘लैंडर सिंगल पीस में वहां मौजूद है और इसमें कोई टूट-फूट नहीं हुई हैं। यह टिल्ट पोजिशन में है। लैंडर अभी पावर जनरेशन और सोलर पैनल्स की मदद से बैटरी का रिचार्ज कर सकता है।