कार चालकों के लिए काम की वो 7 बातें, जिन्हें हमेशा करेंगे फॉलो तो हर सफर रहेगा सुहाना केंद्रीय मंत्री खासकर कई लेन वाली सड़कों पर स्पीड लिमिट को बढ़ाने के समर्थन में दृढ़ता से सामने आए। इसके साथ ही उन्होंने राज्य सड़क प्रशासन से रफ्तार में चलने वाले वाहनों को दंडित किए जाने में नरमी बतने को कहा।
गडकरी ने कहा कि वाहनों की स्पीड लिमिट को रेगुलेट करने के नियमों पर, विशेष रूप से कई लेन वाली सड़कों पर, फिर से काम करना चाहिए। उन्होंने कहा, “मैं अपने अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा कर चुका हूं। हमें एक्सप्रेसवे और ग्रीनफील्ड हाईवे सहित चार और छह लेन तक चौड़ी सड़कों सहित नई सड़कों पर स्पीड लिमिट में संशोधन पर विचार की आवश्यकता है।”
कारों को लेकर बड़ी पहल, पहली बार ऑटो इंडस्ट्री में Skoda ने कराया सीटबेल्ट की इस अनोखी तकनीक का पेटेंट भारतीय सड़कों की स्थिति और बढ़ती दुर्घटनाओं की संख्या पर विस्तृत रूप से बोलते हुए गडकरी ने स्वीकार किया कि भारत में उच्च दुर्घटना दर के पीछे एक कारण सड़क इंजीनियरिंग और सड़क डिजाइन है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय ने ऐसे ब्लैक स्पॉट्स की पहचान की है और सड़क की स्थिति में सुधार के लिए एक हजार ऐसे स्थानों को हटा दिया है। गडकरी ने यह भी आश्वासन दिया कि केंद्र राज्य सरकारों को राज्य राजमार्गों को विकसित करने और बनाए रखने में मदद करेगा।
दरअसल, भारतीय सड़कों पर औसत गति (एवरेज स्पीड) दुनिया भर में सबसे धीमी है। विभिन्न अमरीकी विश्वविद्यालयों के एक पैनल द्वारा प्रकाशित अध्ययन मोबिलिटी एंड कंजेशन इन अर्बन इंडिया के अनुसार, भारतीय सड़कों पर वाहनों की औसत गति 35 किमी प्रति घंटे से कम थी। अध्ययन पूरे भारत के 154 शहरों पर आधारित था।
वाजिब कीमत पर प्रीमियम हैचबैक सेगमेंट में टॉप फीचर्स के साथ Tata Altroz XM+ भारत में लॉन्च 2019 की एक रिपोर्ट के अनुसार, हैदराबाद में 10 किलोमीटर की दूरी पार करने में औसतन 26 मिनट लगते है। चेन्नई और दिल्ली में 29 मिनट लगते हैं, जबकि वही दूरी बेंगलुरु में 34 मिनट, मुंबई में 37 और कोलकाता में 39 मिनट लगते हैं। विश्व बैंक के अध्ययन के मुताबिक औसतन 10 किलोमीटर के शहरी आवागमन में 24 मिनट लगते हैं, जिसकी गणना 154 भारतीय शहरों में की जाती है। सिंगापुर और लंदन में 10 किमी के आवागमन में औसतन 21 मिनट लगते हैं।
अधिकांश भारतीय शहर की सड़कों पर, वाहनों की स्पीड लिमिट लगभग 50 किमी प्रति घंटा है। केवल राजमार्गों और एक्सप्रेसवे पर है स्पीड लिमिट 100 के आंकड़े पर पहुंचती है। हुंडई ने लॉन्च की नई 2020 i20, पहली बार इस सेगमेंट में दी गईं अनोखी खूबियां
जैसे दिल्ली और आगरा को जोड़ने वाले यमुना एक्सप्रेसवे की गति सीमा 100 किमी प्रति घंटे है। दिल्ली के आसपास बने एक हाई-स्पीड बाईपास कॉरिडोर ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे की गति सीमा 120 किमी प्रति घंटे है। हालांकि, भारत के कुछ राजमार्ग ऐसे खंड में हैं जो राज्य प्राधिकरण के अंतर्गत आते हैं और वे अपनी पसंद की गति सीमा तय करने के लिए स्वतंत्र हैं।