दरअसल, सीबीएसई की आंसर शीट को दिल्ली मेट्रो में ले जाते हुए एक शख्स को देखा गया है। मंगलवार को दिल्ली मेट्रो में एक ऐसा ही हैरान कर देने वाला मामला सामने आया। मंगलवार को देखा गया कि बिना किसी सिक्योरिटी के एक स्कूल कर्मचारी आंसर शीट्स को मेट्रो के जरिए सीबीएसई के हेडक्वार्टर ले जा रहा था। हैरानी वाली बात ये है कि इस दौरान मेट्रो में किसी प्रकार की कोई सुरक्षा व्यवस्था भी नहीं थी। जब इस बात की जानकारी लोगों को लगी तो सब हैरान रह गए कि आखिर बोर्ड परीक्षाओं की आंसर शीट को बिना किसी सुरक्षा के मेट्रो में जाया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, दिल्ली के एक वकील तरुण नारंग ने इन आंसर शीट को मेट्रो में देखा। इसके बाद उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए इस बात की जानकारी सीबीएसई को दी है। नारंग ने बोर्ड को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने कहा है, ”दिल्ली मेट्रो में बिना किसी सुरक्षा के एक व्यक्ति के द्वारा आंसर शीट इस तरह से ले जाने का मामला हैरान करने वाला है, मेरे विचार में ये बहुत ही अनसेफ है। तरुण नारंग ने अपने खत में कहा है कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए उस कर्मचारी और सीबीएसई सेंटर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
खबरों के मुताबिक, तरुण नारंग नाम का यह व्यक्ति दोपहर करीब 3 बजे द्वारका मेट्रो स्टेशन से जनकपुरी जा रहा था। तभी उसकी नजर एक पैकेट पर पड़ी जिस पर स्कूल का सेंटर संख्या सहित 12वीं उत्तर पुस्तिका केमिस्ट्री पेपर लिखा था। ये मामला माता कस्तूरी देवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल नजफगढ़ का है, जहां का एक कर्मचारी ब्लू लाइन मेट्रो से आंसर शीट्स का पैकेट सीबीएससी हेडक्वार्टर प्रीत विहार लेकर जा रहा है।
इस पूरे मामले पर सीबीएसई बोर्ड ऑफिसर राम शर्मा ने कहा कि अभी तक हमें इसकी कोई शिकायत नहीं मिली है। लेकिन अगर ऐसा है तो यह गलत है। उन्होंने कहा कि उत्तर पत्रों का परिवहन अत्यंत सावधानी से किया जाना चाहिए। शर्मा ने कहा कि यह बहुत ही गोपनीय है। आंसर शीट भेजने का एक निर्धारित पैरामीटर है। उन्होंने बताया कि आंसर शीट्स को इस तरह खुलेआम ले जाना बिलकुल भी ठीक नहीं है। बोर्ड इसकी बिलकुल भी अनुमति नहीं देता है।