दूसरी तरफ बिहार चुनाव को लेकर बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ( Amit Shah ) वर्चुअल रैली ( Virtual Rally ) के जरिए विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। शाह की इस रैली के खिलाफ आज बिहार में आरजेडी ने थाली बजाओ ( Thali Bajao ) कार्यक्रम में प्रदेशवासियों से शामिल होने की अपील की है।
Weather Forecast : 9 वर्षों में अब तक सबसे ठंडा रहा जून, Delhi में 15 तक झुलसाने वाली गर्मी से राहत जानकारी के मुताबिक आरजेडी के रुख से नाराज तीन दलों के नेताओं की बैठक पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के आवास पर देर रात तक चली। इस बैठक में राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ( RLSP Chief Upendra Kushwaha ) और विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी ( VIP Mukesh Sahni ) शामिल रहे।
हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ( HAM ) के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने नेताओं की मुलाकात और बैठक की पुष्टि करते हुए कहा कि उपेंद्र कुशवाहा और मुकेश सहनी रात को पूर्व मुख्यमंत्री के आवास पहुंचे थे और काफी देर तक इन नेताओं के बीच बातचीत हुई।
इस बैठक में महागठबंधन में सीट बंटवारे तथा महागठबंधन में समन्वय समिति के गठन को लेकर चर्चा की गई। सूत्रों का दावा है कि ये नेता अलग मोर्चा बनाने पर भी विचार कर रहे है। इन तीनों पार्टियों के किसी नेता ने भी बैठक का ब्योरा देने से इंकार किया है।
शिवसेना का बड़ा आरोप, BJP सोनू सूद को आगे कर सीएम उद्धव ठाकरे को दिखाना चाहती है नीचे बता दें कि इससे पहले भी तीनों दलों के नेता एक बैठक कर चुके हैं, जिसमें कांग्रेस और आरजेडी को निमंत्रित नहीं किया गया था। आरजेडी और कांग्रेस की गैरहाजरी में हुई इस बैठक को कई लोग कांग्रेस और आरजेडी जैसे बड़े दलों पर दबाव बनाने की भी कोशिश बता रहे हैं।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ( HAM Leader Jeetan Ram Manjhi ) ने बताया कि आरजेडी के एकला चलो से विपक्षी महागठबंधन को चुनाव में नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने खुद को महागठबंधन की ओर सीएम पद का प्रत्याशी घोषित कर रखा है। इतना ही नहीं आरजेडी की रविवार को शाही की रैली के खिलाफ थाली बजाओ कार्यक्रम भी एकला चलो राजनीति का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि सत्ताधारी गठबंधन बिहार की जनता के बेहतर सुशासन देने में विफल रहा है। हमारा प्रयास है कि जनता को मजबूत गठबंधन का प्रभावी विकल्प दें, लेेकिन अभी तक ऐसा नहीं हो पाया है।
Unlock-1 : सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर फिर सख्ती के मूड में केंद्र, मार्केटप्लेस पर कड़ी नजर वहीं आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि महागठबंधन में दरार जैसी कोई बात नहीं है। चुनाव तैयारियों की शुरुआत में ही गठबंधन दलों की भूमिका को लेकर आम सहमति बनाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। वहीं कांग्रेस ने महागठबंधन को लेकर चुप्पी साध ली है।
जेडीयू के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि लोकसभा चुनाव में विपक्षी महागठबंधन को प्रदेश की जनता ने पूरी तरह से नकार दिया है। आरएलएसपी के नेता उपेंद्र कुशवाहा बहुत जल्द दिल्ली में कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक करेंगे। इतना ही नहीं महागठबंधन में सीएम पद की उम्मीदवारी को लेकर तेजस्वी यादव सहयोगी दलों को स्वीकार नहीं है। यही विवाद की मूल वजह भी है।