केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के पुत्र और LJP अध्यक्ष के क़रीबियों के मुताबिक़ नीतीश फ़ोन करने पर न कभी पलट कर बात करते हैं और न उनके अनुरोध को स्वीकार करते हैं। दोनों के बीच सब कुछ सामान्य नहीं हैं। यह बात कोरोना संकट ( Coronavirus Crisis ) के बाद खुलकर सामने आई है क्योंकि चिराग़ ने लॉकडाउन ( Lockdown ) के दौरान कोटा के छात्रों का मामला हो या प्रवासी श्रमिकों की, नीतीश कुमार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने तेजस्वी यादव की तरह इस मुद्दे पर नीतीश की खुलकर आलोचना की।
LAC पर तनाव के बीच सेना ने LOC पर बढ़ाई सतर्कता, भारत दोनों मोर्चे पर दुश्मन को मात देने के लिए तैयार फिलहाल तकरार इस बात को लेकर सामने उभरकर आई है कि विधान परिषद ( Legislative Council ) के 12 सीटों के राज्यपाल के मनोनयन से रिक्तियां भरी जानी हैं। इनमें से कम से कम दो सीट चिराग अपनी पार्टी के नेताओं के लिए चाहते हैं। अभी तक जो सियासी बातें उभरकर सामने आई उसमें सीएम नीतीश कुमार एलजेपी को एक भी सीट नीं देना चाहते हैं।
इस बात को लेकर चुनाव से पहले ही चिराग पासवान बिहार के सीएम नीतीश कुमार से टकराने के मूड में आ गए हैं। 12 एमएलसी के मनोनयन ( MLC Appointment ) से साफ हो जाएगा कि बिहार में वही होगा जो नीतीश चाहेंगे या चिराग़ को साथ रखने की कोशिश करने वाले बीजेपी नेता नेता एलजेपी की मांगों के मुताबिक दो सीटें देंगे।
दरअसल, चिराग़ ने लोकसभा चुनाव के फॉर्मूले पर पांच-पांच-दो सीटों की हिस्सेदारी का सुझाव दिया था। ये बातें नीतीश को बीजेपी के नेताओं के माध्यम से मालूम है। TikTok के CEO ने भारत में अपने 2000 कर्मचारियों को लिखा खत, इस बात की जताई प्रतिबद्धता
जानकारी के मुताबिक अभी तक माना जा रहा था कि जनता दल यूनाइटेड ( JDU ) के खाते में 7 और भाजपा के खाते में 5 सीटें जाएंगी। इस बीच बुधवार को भाजपा के महासचिव और बिहार के प्रभारी भूपेन्द्र यादव ( BJP Bihar Incharge Bhupendra Yadav ) ने नीतीश कुमार से मुलाक़ात की। सूत्रों की मानें तो इस दौरान चिराग़ पासवान के बारे में भी चर्चा हुई।
इस मुद्दे पर चिराग पासवान भी पिछले दिनों भूपेन्द्र यादव से दिल्ली में मिले थे। इस बीच बीजेपी के नेता इस बात को लेकर खुश हैं कि नीतीश-चिराग़ मतभेद ( Nitish-Chirag Dispute ) से एनडीए गठबंधन ( NDA Alliance ) में धीरे-धीरे बड़े भाई के रोल में आ रहे हैं जहां उनकी मध्यस्थता के बिना कुछ भी संभव नहीं।