एयर स्ट्राइक में नया खुलासा वेबसाइट ने एक ऑफिसर के हवाले से खुलासा किया है कि सैटेलाइट की जो तस्वीरें सामने आईं हैं, उनमें साफ है कि इस हवाई हमले में कितना नुकसान हुआ है। अधिकारी ने बताया कि हमलों में जो बम प्रयोग किए गए, उनमें करीब 70 से 80 किलोग्राम टीएनटी था। अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक इमारत पर हमले के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले विस्फोटक की मात्रा को लेकर बहुत ज्यादा अटकलें लगाई जा रही हैं। असल में जो मायने रखता है वह है मिसाइल में इस्तेमाल की गई एनईक्यू यानी विस्फोटक की मात्रा। जिन मिसाइल का हमने इस्तेमाल किया है, उनमें सिर्फ 70-80 किलोग्राम टीएनटी एनईक्यू था। अधिकारी ने यह भी बताय कि वो वास्तविक आंकड़ा नहीं बता सकते हैं।
एयर स्ट्राइक में वायुसेना ने किया था इजरायली स्पाइस 2000 मिसाइल का इस्तेमाल गौरतलब है कि मीडिया में हवाई हमले को लेकर जो खबरें चल रही हैं, उनमें भारतीय वायुसेना ने इस कार्रवाई में इजरायली स्पाइस 2000 मिसाइल का इस्तेमाल किया था। यह मिसाइल सटीक निशाने पर लगती हैं। ये मिराज -2000 विमानों से दागी गईं। वहीं, सैटेलाइट चित्रों में इमारतों का जो नुकसान दिखाया जा रहा है, वह उच्च विस्फोटक की मात्रा के आधार पर किए गए आकलन के अनुरूप नहीं है। अब तक जो जानकारी दी जा रही है, उसके मुताबिक बम की क्षमता करीब 1000 किलोग्राम माना गया है। सार्वजनिक रूप से मौजूद जानकारी के मुताबिक स्पाइस 2000 मिसाइल का इस्तेमाल 907 किलोग्राम विस्फोटक के साथ किया जाता है।