गुजरात में 25 फरवरी को ‘हाउडी मोदी’ की तर्ज पर होगा ‘केम छो ट्रंप’, तैयारियां जोरों पर इस देश में मुसलमानों का उत्पीड़न नहीं हुआ सीएए पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि- ‘अब तक इस्लाम के अनुयायियों को इस देश में किसी भी तरह के उत्पीड़न का सामना नहीं करना पड़ा है। अगर वहां से कोई भी नागरिक आता है चाहे वह मुस्लिम ही क्यों न हो, वह भी पहले से बने कानून के हिसाब से नागरिकता हासिल कर सकता है। इसमें समस्या क्या है?’
भैयाजी ने कहा कि- ‘बिना सोचे समझे सीएए के बारे में गलत जानकारियों का प्रसार किया जा रहा है। यदि सीएए की भावना को सही से समझा जाता, तो किसी तरह के विरोध का सामना नहीं करना पड़ता।’
इन्फोसिस की सुधा मूर्ती ने एयरपोर्ट पर ‘कैटल क्लास’ कहने वाली महिला को दिया ऐसा जवाब भ्रमक जानकारियों से बचें लोग भैयाजी ने कहा कि- ‘सरकार इस मुद्दे पर कई बार स्पष्टीकरण दे चुकी है कि अलग-अलग समूह सीएए के विरोध में माहौल तैयार कर रहे हैं। इस कानून को संसद में पारित किया गया है, इसे स्वीकार किया जाना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि इससे पहले की सरकारों ने भी नागरिकता कानून में संशोधन किया है। उन्होंने लोगों को भ्रमक जानकारियों से बचने की अपील की।
दिल्ली चुनाव: घोषित उम्मीदवारों में 164 करोड़पति, पांच की संपत्ति 1 लाख से भी कम गैर हिंदू भी ले सकते हैं नागरिकता संघ के महासचिव ने कहा कि- ‘देश के लिए यह जरूरी है कि कोई भी विदेशी यहां न रहे। इस अधिनियम के तहत केवल पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के हिंदुओं को ही नहीं बल्कि जैन, सिख, बौद्ध और ईसाईयों को भी नागरिक बनने की अनुमति है।
बर्खास्त डीएसपी दविंदर सिंह देता था आतंकियों को पनाह, बनवाए हुए थे 3 घर भारत संविधान के अनुसार चलता है श्रीलंका के लोगों को इसमें शामिल नहीं किए जाने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इन्हें पहले अनुमति दी गई थी। दूसरा वहां पर धार्मिक आधार पर उत्पीड़न नहीं है। जोशी ने कहा कि यह गर्व की बात है कि भारत के पास अपना संविधान है और वह उसके अनुसार चलता है।