Coronavirus ने भारत के सामने खड़ा किया एक और गंभीर संकट, रोजाना हर जगह बढ़ रही परेशानी कुमारस्वामी ने ट्वीट किया, “इंसानी जिंदगियों के साथ खेलना बंद करो। कुछ क्षेत्रों को सील करने से कोई भी उद्देश्य पूरा नहीं होगा। यदि आप बेंगलुरु में मानव जीवन की देखभाल करते हैं, तो 20 दिनों के लिए शहर को पूरी तरह से बंद ( coronavirus lockdown ) कर दें। वर्ना बेंगलूरु एक और ब्राजील बन जाएगा। लोगों की जिंदगी अर्थव्यवस्था से ज्यादा महत्वपूर्ण है।”
ड्राइवरों, बुनकरों, धोबियों और विभिन्न अन्य वर्गों के लिए राज्य सरकार द्वारा राहत पैकेज की “घोषणा” को अपर्याप्त बताते हुए उन्होंने कमजोर वर्ग को तुरंत किराने का सामान देने और 50 लाख श्रमिकों को कम से कम 5,000 रुपये देने के लिए कहा। कुमारस्वामी ने ट्वीट में लिखा, “पैकेज की केवल घोषणा पर्याप्त नहीं होगी। इसे तत्काल लागू किया जाना चाहिए। सरकार को केवल रस्मी तस्वीर दिखाते हुए सरकार को खाली नहीं बैठ जाना चाहिए।”
दरअसल, कर्नाटक सरकार ने सोमवार को शहर में पांच स्थानों को सील करने का फैसला किया था। इन्हीं इलाकों से कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले ( Coronavirus Cases in Bengaluru ) सामने आए हैं। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ( Karnataka Chief Minister BS Yediyurappa ) ने सोमवार को मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक में यह निर्णय लिया। येदियुरप्पा ने दो महीने के लॉकडाउन के बाद दी गई ढील के दौरान लोगों की गतिविधियों पर असंतोष व्यक्त किया था। उन्होंने अंतर्राज्यीय यात्रियों के साथ-साथ क्वारंटीन नियमों का उल्लंघन करने वालों को भी दोषी ठहराया था।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए अनिवार्य नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई शुरू करने के आदेश दिए थे।
कोरोना वायरस विस्फोट रोकने के लिए एक साथ 11,000 जानवरों को मारने की तैयारी दरअसल, कर्नाटक में सोमवार को कोरोना वायरस के 249 नए मामले सामने आए और पांच लोगों की मौत हुई। प्रदेश में कोरोना वायरस के मामलों की कुल संख्या 9,399 पहुंच गई थी और मरने वालों की संख्या बढ़कर 142 हो गई। सोमवार को पांच मृतकों में से तीन बेंगलूरु शहरी से और एक-एक रमनगारा और बेल्लारी से थे।
जिन जिलों से नए मामले सामने आए, उनमें बेंगलुरु शहर से 126, कालबुर्गी से 27, विजयपुरा से 15, उडुपी से 14, दक्षिण कन्नड़ से 12, दावणगेरे से 9, उत्तर कन्नड़ और बागलकोट से छह-छह और बीदर और चिक्कमंगलूरु से पांच-पांच शामिल हैं।