अपनी मां की ऐसी ही एक इच्छा को पूरा करने के लिए बांसुरी ने वरिष्ठ अधिवक्ता एक रुपया दिया। दरअसल, हॉस्पिटल में भर्ती होने से पहले सुषमा स्वराज ने हरीश साल्वे से बातचीत की थी।
सुषमा चाहती थीं कि साल्वे इंटरनेशनल कोर्ट में भारत की ओर से कुलभूषण जाधव का केस लड़ने के लिए अपनी फीस के रूप में एक रुपया लेने के लिए यहां आएं।
जम्मू-कश्मीर: बटोट-डोडा रोड पर आतंकियों ने सेना के काफिले को बनाया निशाना, किया हमला
सुषमा के जीते जी तो उनकी यह इच्छा पूरी नहीं हो सकी, लेकिन उनके बाद अब बेटी बांसुरी ने यह काम पूरा किया।
दरअसल, सुषमा स्वराज के पति और मिजोरम के पूर्व गवर्नर स्वराज कौशल ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारी बेटी बांसुरी स्वराज ने हरीश साल्वे को मिलकर उनको एक रुपया भेंट किया।
वहीं, साल्वे ने भी सुषमा स्वराज से फोन पर हुई अंतिम बातचीत को साझा किया। उन्होंने कहा कि वह खुश थीं और बहुत अच्छे से बात कर रही थीं।
वह मुझसे मिलना चाहती थी, जिस पर मैंने भी उनसे जल्द मिलने का वादा किया था।
अजित पवार के इस्तीफे शरद पवार का बयान— बैंक घोटाले में मेरा नाम आने से वह परेशान
महाराष्ट्र: चुनाव से पहले अजित पवार ने छोड़ी विधायकी, स्पीकर को सौंपा इस्तीफा
सुषमा स्वराज ने इस दौरान मेरी फीस भी देने की बात कही थी।
साल्वे ने कहा कि वह उनसे उस दिन शाम को मिलने वाले थे, लेकिन कुछ देर बाद भी उनके हार्टअटैक की खबर आई, जो हैरान करने वाली थी।
इसके बाद सुषमा के निधन ने उनको अंदर तक हिला कर रख दिया।