अटल बिहारी वाजपेयी को सबसे अंत में श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे राष्ट्रपति, यह था कारण
दरअसल, यह 40 के दशक की बात है, जब वाजपेयी कानपुर के डीएवी कॉलेज में परास्नातक के छात्र थे। कॉलेज के दिनों में गोरे लाल त्रिपाठी नाम के शख्स के साथ उनकी पक्की दोस्ती थी। दोनों ही आरएसएस की शाखा से जुड़े थे। वाजपेयी के बाद दिवंगत गोरे लाल त्रिपाठी के बेटे विजय प्रकाश ने एक वाकये से पर्दा उठाते हुए बताया कि एक दिन जब वाजपेयी को यह बात पता चली कि उनके माता-पिता उनकी शादी की तैयारी कर रहे हैं, तो उन्होंने खुद को कमरे में कैद कर लिया। अपने पिता से सुने इस किस्से को लेकर विजय प्रकाश ने बताया कि शादी की खबर सुनकर वाजपेयी हमारे घर चले आए और खुद को कमरे में बंद कर लिया। यही नहीं वाजपेयी तीन दिन तक कमरे से बाहर नहीं निकले थे।
बाढ़ प्रभावित इलाकों के हवाई सर्वे के लिए केरल पहुंचे पीएम मोदी, अधिकारियों की लेंगे बैठक
शादी न करने का कारण पूछने पर वाजपेयी ने अपना जीवन राष्ट्र को समर्पित करने की बात कही थी। उन्होंने शादी को इस काम में सबसे बड़ी बाधा के रूप में बताया था।