राज्यसभा में डॉ. हर्षवर्धन का खुलासा, इतने महीनों के भीतर देश में आ जाएगी COVID-19 Vaccine मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महाराष्ट्र सरकार द्वारा संचालित सैस्सून जनरल हॉस्पिटल के डीन डॉ. मुरलीधर तांबे ने सोमवार को बताया कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित की जा रही ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के तीसरे चरण का इंसानों पर क्लीनिकल ट्रायल शुरू कर दिया गया है।
उन्होंने कहा, “हमनें कोविशील्ड नामक इस वैक्सीन के तीसरे चरण का परीक्षण शुरू कर दिया है। हम 150 से 200 स्वयंसेवियों पो इसकी खुराक देंगे।” इससे पहले इस वैक्सीन के फेज-2 के परीक्षण भारती विद्यापीठ मेडिकल कॉलेज और केईएम हॉस्पिटल में भी किए गए थे।
वहीं, पिछले सप्ताह मंगलवार को आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. भार्गव ने कहा था कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया (SII) ने II-B3 फेज का ट्रायल पूरा कर लिया है और सात दिनों का ब्रेक लेकर मंजूरी के बाद तीसरे चरण के ट्रायल शुरू करेंगे। यह ट्रायल 14 स्थानों पर 1,500 मरीजों के साथ किए जाएंगे।
भारत में Coronavirus से होने वाली मौतों का आंकड़ा कब होगा 1,00,000 पार दरअसल, ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने 11 सितंबर को सीरम इंस्टीट्यूट को क्लीनिकल ट्रायल के फेज 2 और 3 में किसी भी नए स्वयंसेवी की भर्ती रोकने के निर्देश दिए थे। डीसीजीआई का यह निर्देश ब्रिटेन में nCoV19 कोरोना वायरस वैक्सीन देने के बाद एक मरीज में दुष्प्रभाव दिखाई देने पर इसके परीक्षण रोके जाने की रिपोर्ट सामने आने पर जारी किए गए थे।
हालांकि बाद में 15 सितंबर को डीसीजीआई द्वारा परीक्षण फिर से शुरू किए जाने के निर्देश जारी करने के बाद सीरम इंस्टीट्यूट ने क्लीनिकल ट्रायल चालू कर दिए। वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने बीते गुरुवार को राज्यसभा में कहा था कि कोरोना वायरस की वैक्सीन अगले साल की शुरूआत तक भारत में उपलब्ध हो जाएगी।
प्रहलाद सिंह पटेल और नितिन गडकरी से पहले कितने केंद्रीय मंत्री आ चुके हैं कोरोना की चपेट में उन्होंने कहा था, “दुनिया के अन्य देशों की ही तरह भारत भी कोरोना वायरस की वैक्सीन विकसित करने की कोशिशों में जुटा हुआ है। फिलहाल देश में अलग-अलग चरणों में 3 वैक्सीन का परीक्षण जारी है। पीएम मोदी के मार्गदर्शन में विशेषज्ञों का एक समूह इस पर निगरानी रख रहा है। हमें अगले साल यानी 2021 की शुरूआत तक भारत में कोरोना वायरस की वैक्सीन उपलब्ध हो जाने की उम्मीद है।”