उन्होने ट्वीट करते हुए बताया ‘केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से फोन पर हुई बात के मुताबिक, हम मिजोरम-असम सीमा विवाद को सौहार्दपूर्ण माहौल में सार्थक वार्ता के जरिये सुलझाने पर सहमत हुए हैं।’ इसके साथ ही जोरामथंगा ने अपील की कि मिजोरम के लोग भड़काऊ संदेश पोस्ट न करें और सोशल मीडिया का दुरुपयोग करने से बचें, ताकि मौजूदा तनाव को खत्म किया जा सके।
Assam Mizoram Border Dispute: मिजोरम पुलिस ने असम के सीएम सरमा के खिलाफ दर्ज की FIR, एक अगस्त को पेश होने को कहा
जोरामथंगा ने कहा कि किसी भी संभावित तनाव से बचने के लिए मैं मिजोरम के नागरिकों से अपील करता हूं कि वे ऐसे किसी भी संवेदनशील पोस्ट को शेयर करने से बचें और बुद्धिमत्ता के साथ सोशल मीडिया का प्रयोग करें।
हम मिजोरम के साथ चर्चा को तैयार: हिमंत बिस्वा सरमा
इधर, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि वे सीमा विवाद के समाधान के लिए मिजोरम के मुख्यमंत्री से हर स्तर पर बातचीत के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि असम सरकार मिज़ोरम सरकार से कभी भी, कहीं भी बात करने को तैयार है। अगर मिज़ोरम के मुख्यमंत्री हमें चर्चा के लिए कहते हैं, हम तैयार हैं। हमारी तरफ से इसमें कोई समस्या नहीं है।
मिजोरम पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज कराए जाने के संबंध में बोलते हुए हिमंत बिस्वा ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला और कहा कि मेरे खिलाफ कांग्रेस पार्टी रोज़ एक FIR दर्ज़ करा देती है। एक और FIR दर्ज़ हो गई, इससे मुझे कोई समस्या नहीं है। अगर मिज़ोरम सरकार मुझे कोई नोटिस जारी करती है तो मैं किसी भी पुलिस स्टेशन में पेश हो जाऊंगा।
26 जुलाई को हिंसक झड़प में असम के 6 पुलिसकर्मी हुए थे शहीद
बता दें कि बीते दिन शनिवार को असम विधानसभा के अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी के नेतृत्व में असम विधानसभा के 19 सदस्यों वाले एक सर्वदलीय प्रतिधिनिमंडल ने दिल्ली जाकर मिजोरम के साथ जारी सीमा विवाद को जल्द से जल्द सुलझाने का केंद्र से आग्रह करने का निर्णय किया है।
Assam Mizoram Border Dispute: मिजोरम सरकार ने केंद्र को लिखा पत्र, हस्तक्षेप करने लिए की अपील
इस प्रतिनिधिमंडल ने अंतर-राज्यीय सीमा के समीप लैलापुर इलाक़े का दौरा किया। बीते 26 जुलाई को मिजोरम के कोलासिब जिले के वायरेंग्टे कस्बे में असम पुलिस और मिजोरम के नागरिकों के बीच झड़प हो गई थी, जिसमें असम पुलिस के छह जवान और एक नागरिक की मौत हो गई थी। इसके बाद से केंद्र सरकार ने सीमा पर केंद्रीय अर्धसैनिक बल की पांच कंपनियां इलाके में तैनात कर दिया है।