अदालत ने तमाम दलीलें सुनने के बाद आसिया अंद्राबी और दो अन्य कश्मीरी अलगाववादी नेताओं को 10 दिन के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की हिरासत में आज सौंप दिया है। इन लोगों को देश के खिलाफ कथित तौर पर जंग छेड़ने के मामले में एनआईए की हिरासत में सौंपा गया है। एनआईए ने कोर्ट को बताया कि अब तक की जांच में पाया गया है कि आरोपी आसिया अंद्राबी, सोफी फहमीदा और नहीदा नसरीन साजिश कर भारत की एकता और अखंडता के खिलाफ गतिविधियों में शामिल थीं।
कोर्ट में एनआईए ने बताया कि आसिया और उनके सहयोगी साइबरस्पेस पर पाकिस्तान के समर्थन में कैंपेन चला रहे थे। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने कहा कि इनकी तरफ से आतंकियों को भी मदद दी जा रही थी। आपको बता दें कि तीनों को श्रीनगर से शुक्रवार को दिल्ली लाया गया और जिला एवं सत्र न्यायाधीश पूनम बांबा के समक्ष पेश किया गया।
एनआईए ने अंद्राबी और उसकी दो सहायकों, सोफी फहमीदा और नाहिदा नसरीन की 15 दिन के लिए हिरासत मांगी थी। उन्हें बंद कमरे में सुनवाई के लिये कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत के समक्ष पेश किया गया। जम्मू कश्मीर हाई कोर्ट ने पिछले महीने अंद्राबी की जमानत रद्द कर दी थी। उसके बाद से वह श्रीनगर के एक कारागार में है। उसे और उसके सहयोगियों के साथ कश्मीर से यहां लाया गया। बता दें कि कश्मीर में सुरक्षाबलों के खिलाफ महिलाओं को पत्थरबाजी के लिए उकसाने में आसिया का अहम रोल माना जाता है। अपने नफरत भरे भाषणों से आसिया अंद्राबी भारत के खिलाफ लड़ाई का झंडा बुलंद करती है।