यात्रा के लिए सुरक्षा की तगड़ी व्यवस्था
अमरनाथ यात्रा ( AmarNath Yatra ) को लेकर सुरक्षा की तगड़ी व्यवस्था की गई है। सुरक्षा का जिम्मा सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस को सौंपा गया । सीआरपीएफ ने 40,000 अतरिक्त सुरक्षाकर्मियों को लगाया है। इसके इलावा बीएसएफ और एसएसबी के जवानों की तैनाती भी की गई है। पहलगाम और बालटाल के रास्तों पर करीब 60 हज़ार सुरक्षाबल तैनात किए जाएंगे।
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हर गाड़ी और श्रद्धालुओं की होगी ट्रैकिंग इस बार रूट की निगरानी के लिए नई तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है। रूट में यात्रियों की देखरेख के लिए हाई रिजोल्यूशन सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। साथ ही रेडियो टैग से गाड़ियों को ट्रैक करने की तकनीक भी इस्तेमाल की जा रही है, जिससे उनपर निगरानी रखी जा सके।यात्रा पर बारिश की संभावना
अमरनाथ यात्रा ( AmarNath Yatra ) पर के दौरान बारिश के आसार हैं। इस दौरान मानसून चरम पर रहता है। बारिश की संभावना ज्यादा रहती है। मौसम विभाग की मानें तो जुलाई- अगस्त में मानसून पीक पर होता है। हालांकि मौसम विभाग वेदर जांचने के लिए कई नए उपकरण लगाए हैं।
साल दर साल बढ़ रहीं यात्रियों की संख्या
बता दें कि साल दर साल अमरनाथ श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। 2016 में 2 लाख 20 हजार श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा में शिवलिंग का दर्शन किया था। जबकि 17 में 2 लाख 60, 000 वहीं 2018 में 2 लाख 85 हजार यात्रियों ने दर्शन किए। इस बार यह आंकड़ा और ज्यादा बढ़ेगा।