पढ़ें- कोरोना काल में लोगों को बड़ी राहत! अब 31 दिसंबर तक नहीं चुकाना होगा पानी का बिल COVID-19 से अभी राहत नहीं- गुलेरिया एक मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में AIIMS के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कोरोना महामारी से अगामी एक से डेढ़ साल में निजात मिल सकती है। हालांकि, उन्होंने यह जरूर कहा कि 2021 के जनवरी तक कोरोना वैक्सीन आ सकती है। गुलेरिया ने कहा कि कोरोना महामारी को खत्म करने के लिए प्रायोरिटी के साथ वैक्सीनेशन अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं अगर कुछ लोग टीका लगा लेंगे तो यह महामारी खत्म हो जाएगी। गुलेरिया ने कहा कि जब भी कोई नया वायरस आता तो लोगों में डर जरूर पैदा होता है। जिस वक्त HIV आया था तो लोगों में काफी डर देखने को मिलता था। शुरुआत में कई हेल्थ वर्कर्स को भी कोरोना फैलने का डर था। लेकिन, समय के साथ स्थिति सामान्य होती चली गई और अब उनमें काफी आत्मविश्वास बढ़ चुका है। गुलेरिया ने कहा कि हेल्थ वर्कर्स पर काफी दबाव है। क्योंकि, अब दूसरे मरीज भी इलाज के लिए आने लगे हैं। लेकिन, उन्हें लगता है कि वह PPE किट पहनकर अपना बचाव कर सकते हैं।
पढ़ें- Coronavirus से भारत में मौतों की संख्या 1 लाख के करीब, प्रदूषण बढ़ने पर दोगुना हो सकता है मौत का आंकड़ा देश में कोरोना के मामले अभी स्थिर- AIIMS निदेशक वहीं, कोरोना पीक को लेकर गुलेरिया ने कहा कि जिस तरह से पिछले कुछ दिनों से मामले स्थित चल रहे हैं और आगे भी आंकड़े इसी तरह स्थिर रहते हैं, तो हम कह सकते हैं कि भारत में कोरोना का पीक आ चुका है। लेकिन, अगर मामले बढ़ते हैं तो कुछ भी कहना संभव नहीं होगा। वहीं, मौत के आंकड़े छिपाने वाले मामले पर AIIMS निदेशक ने कहा कि देश में कोरोना को लेकर कोई डेटा छिपाया नहीं जा रहा है। हम पूरी पारदर्शिता बरत रहे हैं। गुलेरिया ने कहा कि कोरोना को लेकर बुजुर्गों में ज्यादा खतरा देखा जा रहा है। लेकिन, इसमें अपवाद भी सामने आ रहे हैं। हाल ही में एक 90 साल की महिला ने कोरोना पर जीत हासिल की है और स्वस्थ होकर अपने घर लौटी है। यहां आपको बता दें कि भारत में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 62,94,295 पहुंच चुका है। इनमें 9,42,217 एक्टिव केस हैं। वहीं, 53,52,078 लोग ठीक हो चुके हैं। जबकि, 99,773 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है।