मंगलवार शाम को एक व्यक्ति कश्मीर से राजौरी ( Rajauri ) जिला आ रहा था। मुगल रोड पर उस शख्स को स्क्रीनिंग के लिए रोका गया और फिर 14 दिन के एडमिनिस्ट्रेटिव क्वारंटाइन के लिए भेजा दिया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आदमी का कोरोना वायरस टेस्ट किया गया है और उसके नतीजे आने बाकी है। लेकिन इसके साथ ही अधिकारी इस बात के लिए परेशान थे कि घोड़े के साथ क्या किया जाए।
YouTube से सीखने के बाद पत्नी की सांप से कटवाकर हत्या, हैरान कर देगी यह Murder Mystry राजौरी जिले के एडिशनल डीसी शेर सिंह ने कहा कि उन्होंने पशु विभाग से विशेषज्ञों को बुलाया। विशेषज्ञों ने बताया कि घोड़ा भी वायरस का करियर बन सकता है। इसलिए घोड़े की देखभाल करने वालों से कहा गया है कि ना तो वे इसकी सवारी करें और ना ही बिना सावधानी के उसके नजदीक जाएं।
उन्होंने कहा कि घोड़े को मानक संचालन प्रक्रिया ( SOP ) में सूचीबद्ध सभी सावधानियों का उपयोग करते हुए देखभाल करने वालों को सौंप दिया गया। क्वारंटाइन अवधि के दौरान विशेषज्ञ भी घोड़े की जांच करेंगे।
राजौरी में प्रशासन अधिक चिंतित हो गया है क्योंकि वह शख्स और और उसका घोड़ा मुगल रोड से आ रहे थे। कश्मीर घाटी में मुगल रोड के पास हीरपोरा गांव में हाल ही में 41 लोगों को कोरोना वायरस की टेस्टिंग में पॉजिटिव पाए जाने के बाद यह इलाका COVID-19 हॉटस्पॉट बन गया था। कश्मीर घाटी को जम्मू के राजौरी और पुंछ जिलों से जोड़ने वाला यह कश्मीर का अंतिम गांव है।
क्या Moratorium के दौरान लोन पर ब्याज माफी मिलेगी? SC ने RBI और केंद्र को थमाया नोटिस शेर सिंह के मुताबिक हाल ही में एक COVID-19 का पॉजिटिव केस हीरापुरा नाम के छोटे से गांव से राजौरी लौटा था। यही कारण है कि घोड़े को होम क्वारंटाइन किए जाने के साथ ही सभी सावधानी बरती जा रही हैं. फिलहाल राजौरी में कोरोना वायरस के 13 पॉजिटिव मामले हैं। वहीं, घाटी में कोरोना वायरस के मामलों के 1,500 तक बढ़ने के साथ जिला प्रशासन इस मामले को हल्के में नहीं ले रहा है।
इस महीने की शुरुआत में जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने हालात का जायजा लेने के बाद पूरी कश्मीर घाटी और जम्मू के तीन जिलों को “रेड जोन” घोषित कर दिया था।